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प्रदूषण पर जागा पीएमओ, नीति आयोग से कहा- 6 माह में खोजो समाधान

पीएमओ ने यह निर्देश वायु प्रदूषण को लेकर पर्यावरण, कृषि और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालयों के वरिष्ठ अफसरों की बैठक में दिया।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 16 Nov 2017 01:09 PM (IST)Updated: Thu, 16 Nov 2017 03:33 PM (IST)
प्रदूषण पर जागा पीएमओ, नीति आयोग से कहा- 6 माह में खोजो समाधान
प्रदूषण पर जागा पीएमओ, नीति आयोग से कहा- 6 माह में खोजो समाधान

नई दिल्ली (जेएनएन)। राजधानी दिल्ली सहित आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण बढ़ने पर अब प्रधानमंत्री कार्यालय की भी चिंताएं खुलकर सामने आई हैं। पीएमओ ने इस मामले में संबंधित मंत्रालयों से छह महीने के भीतर समाधान खोजने को कहा है। साथ ही नीति आयोग को भी समस्या के समाधान खोजने में संबंधित मंत्रालयों को सहयोग करने को कहा है।

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उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते भर से दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। हालांकि, मौसम की अनुकूलता के चलते स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है, पर यह अब भी चिंताजनक है।

पीएमओ ने यह निर्देश बुधवार को वायु प्रदूषण को लेकर पर्यावरण, कृषि और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालयों के वरिष्ठ अफसरों की बैठक में दिया। पीएमओ की ओर से इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव नृपेंद्र मिश्र ने की।

बैठक में उन्होंने सबसे पहले मंत्रालय की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी ली। इस दौरान उन सारी समस्याओं को लेकर लंबी चर्चा हुई, जिसका समाधान सरकार के हाथ में है।

इस बीच, कृषि मंत्रालय ने पराली जलाए बगैर बुआई की नई तकनीक के बारे में बताया और कहा कि इसको बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल को 120 करोड़ रुपये दिए गए हैं।

अकेले पंजाब को 50 करोड़ रुपये दिए गए हैं। इसके अलावा कृषि मंत्रालय ने पराली से बायो फर्टिलाइजर और बायो इथेनाल बनाने की प्रौद्योगिकी की भी जानकारी दी। बताया कि इन सभी पर अमल शुरू हो गया है। पराली को एनटीपीसी को देने की दिशा में भी काम किया जा रहा है।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि पराली को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर खेतों में ही सड़ाने की तकनीक सहित गाड़ियों से निकलने वाले धुएं को कैसे कम किया जाए, इस दिशा में काम किया जा रहा है।

पर्यावरण मंत्रालय ने बताया कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर नजर रखने के लिए मॉनीटरिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। राज्यों को प्रदूषण फैलाने वाले कारणों से तुरंत अलर्ट करने का काम किया जा रहा है।

तीन घंटे से ज्यादा समय तक चली बैठक में पीएमओ ने मंत्रालयों को दो टूक कहा कि जो भी कदम उठाने जरूरी हो, वह सभी उठाए जाएं। अगले साल फिर ऐसी स्थिति नहीं बननी चाहिए।

बैठक में पराली को रोल करके एनटीपीसी यूनिटों में ईंधन के रूप में भेजने को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में पीएमओ को वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली और पड़ोसी राज्यों के साथ लगातार हो रही नियमित बैठकों की भी जानकारी दी गई।


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