ब्लैकमेलिंग मामले में गिरफ्तार चौकी प्रभारी का एक और सच आया सामने: Noida News
ब्लैकमेलिंग और भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार नोएडा सेक्टर 44 के चौकी प्रभारी सुनील शर्मा पर पांचवी एफआइआर दर्ज की गई है।
नोएडा, जेएनएन। युवती से छेड़छाड़ या दुष्कर्म का आरोप लगवाकर ब्लैकमेलिंग और भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार सेक्टर 44 चौकी प्रभारी सुनील शर्मा पर सोमवार को कोतवाली सेक्टर 39 में पांचवीं एफआइआर दर्ज की गई। दिल्ली निवासी एक व्यक्ति को छेड़छाड़ के आरोप में फंसाकर दो लाख 70 हजार रुपये की वसूली का आरोप है। इससे पहले आरोपित चौकी प्रभारी व गैंग पर कोतवाली सेक्टर 39 में तीन, जबकि कोतवाली एक्सप्रेस वे में एक मामला दर्ज हो चुका है।
सोमवार को एफआइआर दर्ज कराने वाले जमरूदपुर दिल्ली निवासी पीड़ित का आरोप है कि आठ मई की रात साढ़े नौ बजे गोल्फ कोर्स से दिल्ली की तरफ कार से जा रहे थे। रास्ते में युवती ने उन्हें रोका। अपना नाम अनिता बताते हुए कहा कि पैर में चोट लगी है। 44 मोड़ तक जाने के लिए लिफ्ट मांगी। संभ्रांत परिवार की दिखने व चोट की बात सुन उन्होंने लिफ्ट दी और कुछ देर में ही उसे मोड़ के पास छोड़ दिया।
आगे बढ़ते ही पीछे से तेज गति से एक पुलिस गाड़ी पहुंची। गाड़ी में दो लोग बिना वर्दी के थे, जबकि एक सुरक्षा गार्ड था। एक व्यक्ति उतर कर उनकी कार का दरवाजा खोल उन्हे ड्राइविंग सीट से धकेल खुद सीट पर बैठ गया। बातचीत की कोशिश करने पर चौकी जाकर सब बताने के लिए कहा। वहां पहुंचने पर चौकी प्रभारी सुनील शर्मा के सामने बैठा दिया।
पूछने पर बताया गया कि महिला के साथ छेड़खानी की है। गाड़ी के ड्राइवर ने गाली देते हुए उन्हें धमकाया। कुछ देर बाद वह महिला भी पहुंची और फिर उससे एक शिकायत लिखकर हस्ताक्षर करा लिए गए। महिला के जाने पर चौकी प्रभारी ने फटकार लगाई और फिर सहानुभूति दिखा बात करते हुए महिला के परिवार से बातचीत कर समझौता करने के लिए कहा। देर रात उसे थाने भी ले जाया गया, जबकि कार चौकी पर खड़ी करा दी गई थी।
रात में चौकी प्रभारी कई बार थाने पहुंचा। अगले दिन सुबह चौकी प्रभारी ने गुस्से में गाली देकर जेल भेजने की धमकी दी। उसके बाद अंकित नाम का युवक पहुंचा। उसने अपने को महिला का पड़ोसी बताते हुए अपने को टिंबर कारोबारी बताया। उस के बाद कानूनी पचड़े से बचने के लिए 10 लाख रुपये की डिमांड की गई। असमर्थता जताने पर 50 हजार रुपये चौकी प्रभारी और ढाई लाख रुपये युवती को देने पर बात तय हुई।
फिर वहां से निजी कार से चौकी लाया गया। वहां से अंकित अपनी कार से दिल्ली स्थित उनके घर ले गया, पैसा लाने पर 50 हजार चौकी प्रभार ने लिया। शिकायत के अनुसार इसके बाद तीन किस्तों में 20 हजार, 50 हजार व डेढ़ लाख रुपये लिये गए हैं, जबकि 30 हजार रुपये का चेक बिना किसी नाम के अंकित ने लिया। उस चेक को बैंक में भुनाना था, लेकिन उससे पहले चौकी इंचार्ज सहित गैंग की गिरफ्तारी हो गई।
गैंग के पकड़े जाने की खबर मिलने पर पीड़ित ने अब एसएसपी से मिलकर शिकायत की है। इस मामले में सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार, अनिता व अंकित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
10 जून की रात हुआ था गैंग का पर्दाफाश
10 जून की रात इस गैंग का पर्दाफाश हुआ था। एक शिकायत पर एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए चौकी प्रभारी सेक्टर 44 सुनील शर्मा, तीन पुलिस कांस्टेबल, तीन पीसीआर चालक, दो युवती सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया था। उस दौरान सामने आया था कि इस गैंग में शामिल युवतियां रात के समय कार से निकल रहे लोगों से लिफ्ट लेकर सेक्टर 44 चौकी क्षेत्र की पीसीआर तक पहुंचती हैं व कार सवार पर छेड़छाड़ या दुष्कर्म का आरोप लगाती है।
इसके बाद पीसीआर पर सवार पुलिसकर्मी कार सवार को पकड़कर चौकी लाते थे। वहां चौकी प्रभारी की मौजूदगी में गैंग में शामिल सभी लोग पहुंचते थे। वहां कार सवार को पीड़िता के आरोप पर जेल भेजने की धमकी व डर दिखा ब्लैकमेल कर वसूली होती थी। ब्लैकमेल कर वसूली प्रकरण में पांचवीं एफआइआर दर्ज की गई है।
इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए एसएसपी ने कहा कि आरोपित चौकी प्रभारी सहित गैंग में शामिल लोगों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। गैंग में शामिल फरार एक युवती के संबंध में अभी पता नहीं लग सका है।
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