बाजार बंद के दौरान अतिक्रमण पर कार्रवाई के लिए फेडरेशन ने जिला प्रशासन को लिखा पत्र
यह पत्र जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से कोरोना दिशानिर्देशों का पालन कराने के लिए मांगें गए सुझावों पर भेजा गया। फेस्टा के अध्यक्ष राकेश यादव ने जिलाधिकारी को बताया कि सदर बाजार में लाउडस्पीकर और सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से भीड़ पर नजर रखी जा रही है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सदर बाजार के बाराटूटी चौक से कुतुब रोड के बाजारों को तीन दिन के लिए बंद कराने के बीच कारोबारी प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से अतिक्रमण पर कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन (फेस्टा) ने जिलाधिकारी आकृति सागर को पत्र भेजा है। यह पत्र जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से कोरोना दिशानिर्देशों का पालन कराने के लिए मांगें गए सुझावों पर भेजा गया। फेस्टा के अध्यक्ष राकेश यादव ने पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी को बताया कि सदर बाजार में लाउडस्पीकर और सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से भीड़ पर नजर रखी जा रही है तथा आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बाजार संगठन ने कोरोना को लेकर व्यवस्थाओं पर निगरानी के लिए अलग से टीमें भी गठित की है, जो बाजार का नियमित निरीक्षण कर रही है। फिर भी स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं आ पा रहा है, बल्कि रेहड़ी, पटरी वालों के अतिक्रमण के चलते हालात बिगड़ रहे हैं। उन्होंने प्रशासन और कारोबारी संगठनों की संयुक्त बैठककर इस संबंध में एक्शन प्लान तैयार करने की मांग की है। जिला प्रशासन की ओर से पहले रुई मंडी बाजार, फिर बाराटूटी चौक से कुतुब रोड बाजार को बंद कराया गया है। इसे मुख्य बाजार के नाम से भी जाना जाता है। यह तीन दिन की बंदी मंगलवार तक के लिए है।
सदर बाजार की स्थिति में नहीं आ रहा है सुधार कोरोना दिशानिर्देशों का पालन न होने पर मध्य दिल्ली जिला प्रशासन की भृकुटि सदर बाजार पर टेढ़ी है। बाजारों पर चाबुक चलाते हुए बंदी की कार्रवाई हो रही है, पर इस बाजार में अपेक्षित सुधार नहीं दिख रहा है। इस बाजार में 50 से अधिक बाजार स्थित हैं, जहां दिल्ली के साथ बाहर से भी खरीदार आ रहे हैं। इन बाजारों में पहले की तरह भीड़भाड़ और मास्क की अनिवार्यता का नियम पालन होते नहीं दिख रहा है।