Delhi News: ये हैं यमुनापार के डार्क स्पाट, हर वक्त रहता है हादसों का खतरा; जान हथेली पर लेकर गुजरते हैं लोग
Delhi dark spots स्थानीय लोगों का कहना है कि अंधेरा होते ही इन सड़कों से गुजरना जान हथेली पर लेकर चलने के समान हो जाता है। यह डार्क स्पाट महिला सुरक्षा व आपराधिक वारदातों की दृष्टि से काफी खराब हैं।
पूर्वी दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली नगर निगम की सड़कों पर गायब व खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों की वजह से लोगों को हादसे व वारदातों का डर सताता है। यह सड़कें डार्क स्पाट के रूप में जानी जाती हैं। यहां पर पसरा अंधेरा अधिकतम वाहन चालकों की जान के लिए खतरा साबित होता है। यमुनापार में आज भी कई डार्क स्पाट मौजूद हैं, जहां पर आए दिन लूटपाट, छीनाछपटी, चोरी की वारदातें होती हैं। साथ ही वाहन चालकों के साथ गंभीर सड़क हादसे भी हो जाते हैं। समस्या को लेकर लोग काफी शिकायतें भी करते हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जाती है।
यमुनापार के मंडावली में रेलवे कालोनी निगम स्कूल के पास, बुद्धा मार्ग, गिरी मार्ग, खिचड़ीपुर ब्लाक नंबर-एक के पास, सादतपुर बी-ब्लाक की गली नंबर-दो, शिव विहार में हनुमान मंदिर, स्वामी दयानंद मार्ग पर हसनपुर के पीछे सहित कई ऐसे इलाके हैं, जिनको डार्क स्पाट के रूप में चिह्नित किया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अंधेरा होते ही इन सड़कों से गुजरना जान हथेली पर लेकर चलने के समान हो जाता है। यह डार्क स्पाट महिला सुरक्षा व आपराधिक वारदातों की दृष्टि से काफी खराब हैं। शाहदरा निवासी विनोद गोयल का कहना है कि उनके निवास स्थान से अगली गली में अंधेरा होने की वजह से उनकी बहू का मोबाइल लूट लिया था। यह हादसा लगभग तीन हफ्ते पहले हुआ था।
शिकायत व सुझाव के आधार पर निगम करेगा काम
दिल्ली नगर निगम ने क्षेत्र को डार्क स्पाट मुक्त करने का अभियान शुरू किया है। इसमें क्षेत्रवासियों की शिकायतों व सुझावों के आधार पर डार्क स्पाट को खत्म करने का निर्णय लिया है। अभियान के तहत नागरिक ऐसे स्थान जहां पर अंधेरा पसरा रहता है, जहां पर स्ट्रीट लाइटें गायब हैं या खराब पड़ी हैं, जहां हादसों का डर रहता है, उनकी शिकायत फोन व ईमेल के जरिए निगम तक पहुंचा सकते हैं। इन शिकायतों व सुझावों के आधार पर निगम काम करेगा।