बोले कुमार, नौ पदों पर काबिज गोपाल राय के FB लाइव से पार्टी का कोई वास्ता नहीं
उन्होंने कहा है कि गोपाल के बयान से पार्टी का कोई वास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि गोपाल राय खुद नौ पदों पर काबिज हैं।
नई दिल्ली [ जेएनएन ]। आप के दिल्ली संयोजक और मंत्री गोपाल राय के आरोपों से आहत कुमार विश्वास ने मीडिया के समक्ष आकर उनके बयान पर करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि गोपाल के बयान से पार्टी का कोई वास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि गोपाल राय खुद नौ पदों पर काबिज हैं। उन्होंने आगे कहा कि अब वह कांग्रेस और भाजपा से आए लोगों का आनंद ले। कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि ये वही गोपाल राय हैं जो पार्टी के कार्यकर्ताओं को मीर जाफर कहते हैं।
बता दें कि आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने अपने फेसबुक लाइव पर कहा था कि नगर निगम चुनावों के बाद कुमार विश्वास दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार गिराने का षड्यंत्र रच रहे थे। राज्यसभा टिकट बंटवारे को लेकर आप में उपजा तनाव अब और बढ़ गया है।
हालांकि, इस पूरे मामले में पार्टी की ओर से या खुद अरविंद केजरीवाल का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। इससे स्थितियां और जटिल होती जा रही है।
यह भी पढ़ें: छलका कुमार का दर्द- केजरीवाल जी जंग के नियम न तोड़े, शव से छेड़छाड़ मत करिए
आखिर क्या है गोपाल राय का दावा
दिल्ली में एमसीडी चुनावों के बाद, कुमार विश्वास द्वारा आप सरकार को गिराने का प्रयास किया गया। उस षड्यंत्र के केंद्र में कुमार विश्वास ही थे। इतना ही नहीं उन्होंने कहा इस बारे में कुछ विधायकों के साथ अधिकतर बैठकें उनके आवास पर हुईं। आप के पूर्व नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा भी उसका हिस्सा थे।
राय ने कहा कि वह ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने हर संभव सार्वजनिक मंच से पार्टी पर प्रहार और तंज कसे हैं। क्या इस तरह के व्यक्ति को राज्यसभा भेजा जा सकता है ? इससे पहले विश्वास ने ट्वीट किया था कि वीडियो में उन्होंने जो मुद्दे उठाए, उन पर वे पुनर्विचार नहीं करेंगे।
यह भी पढ़ें: विश्वास के सवालों में उलझी AAP, RS सदस्यों के नाम को लेकर पार्टी में पसोपेश
हालांकि अभी तक कुमार विश्वास ने अभी तक इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। विश्वास ने गुरुवार को आरोप लगाए थे कि केजरीवाल के निर्णयों के बारे में सच कहने के लिए उन्हें दंडित किया गया और उन्होंने अपनी 'शहादत' को स्वीकार कर लिया है।
इन आरोप और प्रत्यारोप के बीच विश्वास के समर्थकों ने गुरुवार को केजरीवाल के आवास के बाहर और पार्टी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और नारेबाजी। समर्थकों ने फैसले के खिलाफ नाराजगी जाहिर की।