जेवर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट पर संकट, बुलंदशहर के किसान बोले- तैयार हैं हम
बुलंदशहर के किसानों ने इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जमीन देने का प्रस्ताव दिया है। निवेश प्रस्ताव में पांच लाख से अधिक लोगों के लिए रोजगार मिलने का अनुमान है।
नोएडा [जेएनएन]। जेवर एयरपोर्ट परियोजना के अधर में लटकने से जिले में लाखों लोगों के लिए रोजगार की संभावनाओं को भी ग्रहण लगने की आशंका है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जेवर एयरपोर्ट की मंजूरी के बाद निवेशकों ने रुचि दिखाई थी। प्राधिकरण को करोड़ों रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे। एयरपोर्ट परियोजना पर संकट को देखते हुए निवेशक भूखंड आवंटन के लिए दस फीसद धनराशि जमा कराने में हिचक रहे हैं। निवेश प्रस्ताव में पांच लाख से अधिक लोगों के लिए रोजगार मिलने का अनुमान है।
कंपनियों ने दिखाई रुचि
जेवर एयरपोर्ट को अनुमति मिलने के बाद यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक निवेश को लेकर रुचि तेजी से बढ़ी है। देश-विदेश की कंपनियों ने निवेश के लिए प्राधिकरण को भूखंड आवंटन का प्रस्ताव दिया था। यह कंपनियां मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, रेडीमेड गार्मेंट, फिटिंग उपकरण, फर्नीचर, ई-वेस्ट के कारोबार से जुड़ी हैं।
हिचक रही हैं कंपनियां
प्रदेश सरकार द्वारा फरवरी में लखनऊ में आयोजित निवेश सम्मलेन में भी यमुना प्राधिकरण में 28 निवेश प्रस्ताव मिले थे। प्राधिकरण को कुल मिलाकर दस हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे। छह कंपनियों को प्राधिकरण ने भूखंड आवंटन कर दिया। प्राधिकरण ने अन्य कंपनियों को भी भूखंड आवंटन से पहले दस फीसद धनराशि जमा कराने के लिए पत्र भेजा था। अब यह कंपनियां धनराशि जमा कराने को लेकर हिचक रही हैं।
बुलंदशहर के किसानों ने दिया जमीन देने का प्रस्ताव
बुलंदशहर के किसानों ने इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जमीन देने का प्रस्ताव दिया है। जेवर में एयरपोर्ट के लिए जमीन न मिलने पर किसानों ने परियोजना को बुलंदशहर में स्थानांतरित कराने का सीईओ से आग्रह किया। किसानों का कहना है कि दिल्ली से 90 किमी दूरी होने पर वहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण में किसी तरह की अड़चन नहीं होगी, क्षेत्र का विकास भी होगा। किसानों ने जेवर में बनने वाले एयरपोर्ट को बुलंदशहर में स्थानांतरित करने की मांग को लेकर यमुना प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह को सहमति पत्र सौंपा है।