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जेवर एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहण पर किसान राजी नहीं, मुआवजा दर सुनते ही बिदके

जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों की सहमति लेने में प्रशासन नाकाम रहा।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 09:04 AM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 12:48 PM (IST)
जेवर एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहण पर किसान राजी नहीं, मुआवजा दर सुनते ही बिदके
जेवर एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहण पर किसान राजी नहीं, मुआवजा दर सुनते ही बिदके

नोएडा (जेएनएन)। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों की सहमति लेने में प्रशासन नाकाम रहा। रामनेर गांव में प्राथमिक विद्यालय में किसानों की सहमति लेने के लिए प्रशासन ने सोमवार को शिविर लगाया।

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शिविर में जैसे ही प्रशासन ने मुआवजा दर घोषित की, इससे असंतुष्ट होकर किसान शिविर से बाहर निकल गए। किसानों ने पंचायत कर प्रदेश सरकार व यमुना प्राधिकरण पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया और घोषित दर पर जमीन देने से इन्कार कर दिया। तीन घंटे तक शिविर में बैठने के बाद अधिकारी भी वापस लौट गए।

एसडीएम जेवर ने किसानों को जानकारी दी कि प्रशासन ने हवाई अड्डे के लिए अधिग्रहीत जमीन की मुआवजा दर 1895 रुपये प्रति वर्गगज निर्धारित की है। इसके साथ ही प्रभावित प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को नौकरी व अन्य लाभ की जानकारी भी दी। मुआवजा दर घोषित होते ही किसान शिविर से खिसकने लगे।

किसानों से शिविर के समीप एक घर में पंचायत की। हालांकि अधिकारियों ने किसानों को सहमति के लिए मनाने का प्रयास किया, लेकिन किसानों ने निर्धारित दर को लेकर असंतुष्टि जताई। किसानों ने कहा कि सरकार व यमुना प्राधिकरण ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। मुआवजा दर कम रखने के लिए प्रभावित क्षेत्र को पहले ही शहरी इलाका घोषित कर दिया। किसानों ने सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा देने की मांग की। 


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