फरीदाबाद का इस स्कूल में हैरान करने वाला रिजल्ट, 10वीं में सिर्फ एक विद्यार्थी हुआ पास
राजकीय उच्च विद्यालय में पिछले एक वर्ष से तीन विषय के शिक्षक न होने के कारण इस वर्ष 10 वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम सिर्फ 5 फीसद रहा है।
बल्लभगढ़, जेएनएन। राजकीय उच्च विद्यालय सागरपुर में पिछले एक वर्ष से तीन विषयों के शिक्षक न होने के कारण इस वर्ष 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम सिर्फ पांच फीसद रहा है। जब से स्कूल बना है, तब से अब तक का सबसे निम्नस्तरीय परीक्षा परिणाम रहा है। ग्रामीणों की समझ में नहीं आ रहा है कि वे अपने बच्चों का क्या करें, क्योंकि उन्हें कोई दूसरा स्कूल अपने यहां पर दाखिला देने के लिए तैयार नहीं है और यदि इसी स्कूल में पढ़ाएं, तो ये जरूरी नहीं है कि अगले वर्ष भी बच्चे पास हो जाएंगे या नहीं।
गांव सागरपुर में राजकीय उच्च विद्यालय है। यहां पर छठी से लेकर 10वीं तक 150 विद्यार्थी पढ़ते हैं। पिछले एक वर्ष से स्कूल में हिंदी, गणित और ड्राइंग के अध्यापक नहीं है। स्कूल से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की 10वीं कक्षा की 22 बच्चों ने परीक्षा दी थी।
बच्चों के अभिभावकों को उम्मीद थी कि उनके बच्चे अच्छे अंकों से परीक्षा पास कर लेंगे। वे अपने बच्चों को किसी अच्छे स्कूल में पढ़ा कर 12वीं कक्षा पास कराएंगे और आगे किसी अच्छी कॉलेज में पढ़ाएंगे। 10वीं में फेल होने के कारण इन बच्चों के अभिभावकों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। अभी तक सरकारी विभाग की तरफ से किसी भी अधिकारी ने गांव में जाकर ग्रामीणों को ये भी बताना मुनासिब नहीं समझा कि बच्चों के फेल होने का क्या कारण रहा। यदि ऐसे ही चलता रहा, तो एक दिन गांव का स्कूल पूरी तरह से ठप हो जाएगा।
गांव के नौकरी पेशा करने वाले लोग तो अपने बच्चों को अच्छी निजी स्कूलों में पढ़ा लेंगे, लेकिन जो रोजाना कमाने और खाने वाले ग्रामीण है, उनके बच्चों के भविष्य का क्या होगा, ये कोई नहीं जानता।
पूनम, मुख्याध्यापिका, राजकीय उच्च विद्यालय सागरपुर ने बताया कि स्कूल के 22 बच्चों ने 10 वीं कक्षा की परीक्षा दी थी, जिनमें से एक पास हुआ है और एक की कंपार्टमेंट आई है। स्कूल में अध्यापकों की कमी है।
सतेंद्र कौर वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, फरीदाबाद ने बताया कि स्कूल में अध्यापकों की नियुक्ति के लिए प्रयासरत हूं। परीक्षा परिणाम के बारे में जल्द ही स्कूल की मुख्याध्यापिका से बात करुंगी।