Move to Jagran APP

आठ वर्ष से दिल्ली-एनसीआर में कर रहे थे नकली नोट की तस्करी, चार गिरफ्तार

स्पेशल सेल ने यूपी से दिल्ली-एनसीआर में की जा रही नकली नोटों की तस्करी के मामले का पर्दाफाश किया है। इस मामले में चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 11:06 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 11:06 PM (IST)
आठ वर्ष से दिल्ली-एनसीआर में कर रहे थे नकली नोट की तस्करी, चार गिरफ्तार
आठ वर्ष से दिल्ली-एनसीआर में कर रहे थे नकली नोट की तस्करी, चार गिरफ्तार

नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर प्रदेश (यूपी) से दिल्ली-एनसीआर में की जा रही नकली नोटों की तस्करी के मामले का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने अंतरराज्जीय गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान यूपी के पीलीभीत निवासी अज़ीम खान, अकिल अहमद, डॉ. अकील अहमद उर्फ डॉक्टर और नितिन पटेल के रूप में हुई है। नितिन पटेल गिरोह का सरगना है। उनके पास से एक लाख 34 हजार मूल्य के नकली नोट के अलावा 20 हजार अर्ध निर्मित नकली नोट, स्कैनर, प्रिंटर, स्याही, टेप, लकड़ी और लोहे के फ्रेम, कटर व उपकरण बरामद किए गए हैं।

loksabha election banner

दो तस्‍करों को किया गिरफ्तार

पुलिस ने दो तस्करों को दिल्ली से जबकि दो को यूपी के ठिकाने से गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक तस्कर गिरोह गत आठ वर्ष से सक्रिय थे और वे दिल्ली -एनसीआर में अबतक 25 लाख से अधिक नकली नोट खपा चुके हैं। पुलिस अब तस्कर के संपर्क की तलाश में जुट गई है। स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव ने बताया कि पुलिस नकली नोट की तस्करों पर लगातार नजर रख रही है। इस दौरान पता चला कि यूपी के पीलीभीत का एक अंतरराज्यीय नकली नोट तस्कर दिल्ली-एनसीआर में नकली नोटों की आपूर्ति में जुटा हुआ है। पुलिस ने सूचना मिली कि गिरेाह के दो बदमाश 30 अगस्त को आनंद विहार बस अड्डे के समीप आने वाले हैं। इसके बाद इंस्पेक्टर अतुल त्यागी और दिलीप कुमार की टीम ने तस्कर अज़ीम खान और अकिल अहमद को गिरफ्तार किया। उनके पास से एक लाख 20 हजार के नकली नोट बरामद किए हुए। 100 और 200 रुपये के नोट असली नोट से काफी मिलते हैं।

2012 से खपा रहे थे नकली नोट

पूछताछ के बाद उन्होंने अपने दो अन्य सहयोगी डॉ. अकील अहमद उर्फ डॉक्टर खलील अहमद और नितिन पटेल के बारे में बताया। जिसके बाद उन्हें भी यूपी से गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से भी नकली नोट और नोट बनाने में प्रयुक्त सामान इत्यादि बरामद हुए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरोह वर्ष 2012 से सक्रिय था और यूपी में नोट तैयार कर बदमाश उसे दिल्ली-एनसीआर में खपा रहे थे। आरोपित अकिल अहमद ने अपने सहयोगी डॉ. अकील अहमद उर्फ डॉक्टर के साथ नकली नोट छापने की योजना बनाई थी। बाद में दोनों नितिन पटेल की मदद से यूपी के पीलीभीत में अपने घर में खुद की प्रिंटिंग यूनिट स्थापित कर ली थी। नितिन ने बीएससी प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रखी है। पहले वह अपने पिता के साथ स्थानीय मंडी में काम करता था। बाद में नकली नोट की तस्करी में जुट गया था। नितिन पहले भी पत्नी और दो के साथ यूपी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। जबकि अकिल अहमद दसवीं पास है वह पहले स्थानीय डॉक्टर की क्लीनिक में काम करता था। जिसके कारण उसे लोग डॉक्टर बुलाने लगे थे। अकिल ने भी 10वीं तक की पढ़ाई कर रखी है जबकि अजीम खान अनाज मंडी में काम कर चुका है।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.