UP में फर्जी कॉल सेंटर खोल कनाडा के नागरिकों से ठगी, ऐसे जाल में फंसाते थे आरोपित
आरोपित एक साल से विदेशी नागरिकों के साथ धोखाधड़ी कर रहे थे। इन्हें कनाडा समेत कई देशों के टैक्स नियमों के बारे में अच्छी जानकारी है। इसी का फायदा उठाकर ये लोग ठगी करते थे।
नोएडा, जेएनएन। यूपी में बैठकर साइबर ठगों का एक गिरोह कनाडा के नागरिकों को चपत लगा रहा था। ये लोग कनाडा के नागरिकों को टैक्स में लाखों रुपये की छूट दिलाने का झांसा देकर पैसे ऐंठ लेते थे। अंग्रेजी बोलने में सक्षम आरोपित खुद को कनाडा के रहने वाले बताते थे। अपनी बातों से ये वहां के नागरिकों का भरोसा जीत लेते थे।
नोएडा के सेक्टर-63 में जालसाजों का एक साल से फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं थी। बृहस्पतिवार को साइबर क्राइम सेल और फेस-3 कोतवाली पुलिस ने सेक्टर-63 के डी-242 बिल्डिंग में छापा मारकर फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया। मौके से एक आरोपित साहिल वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पांच साथी पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गये थे।
साइबर क्राइम सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर मोहम्मद जहीर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित शहादरा दिल्ली का रहने वाला है। उसने अपने पांच अन्य साथियों के साथ यहां पर फर्जी कॉल सेंटर खोल रखा था। आरोपित एक साल से विदेशी नागरिकों के साथ धोखाधड़ी कर रहे थे। इन्हें कनाडा समेत कई देशों के टैक्स नियमों के बारे में अच्छी जानकारी है।
विदेशी नागरिकों को इंटरनेट कॉलिंग करते थे। जिस देश के नागरिक से बात करते थे, उस देश के नागरिक की तरह बोलकर खुद को वहां का नागरिक बताते थे। इंटरनेट कॉलिंग से फोन रिसीव करने वाले को इसी के देश का नंबर दिखता था। इससे विदेशी नागरिकों को भरोसा हो जाता था और आरोपित टैक्स में लाखों रुपये की छूट दिलाने का झांसा देकर ठग लेते थे। आरोपी इसके लिए अपने शिकार से कमीशन के नाम पर पैसे अपने खाते में ट्रांसफर करा लेते थे।
पुलिस के अनुसार आरोपितों ने एक साल में सैकड़ों लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। इनसे ये लोग लाखों रुपये कमा चुके हैं। आरोपित के फर्जी कॉल सेंटर से 5 सीपीयू, 1 राउटर, 1 डी-लिकं डिवाइस, 2 लैपटॉप और एक मोबाइल बरामद हुआ है।
कनाडा पुलिस पीड़ितों की उपलब्ध कराएगी डिटेल
फर्जी कॉल सेंटर संचालकों ने कितने लोगों के साथ ठगी की है। अभी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। इसकी जानकारी जुटाने और आरोपितों के खिलाफ मजबूत साक्ष्य जुटाने के लिये नोएडा पुलिस, कनाडा पुलिस से संपर्क कर ठगी के शिकार पीड़ितों की जानकारी एकत्र कर रही है। बुधवार को एसएसपी और कनाडा पुलिस के बीच हुई बैठक में इस सहयोग को लेकर सहमति बनी थी। लिहाजा, अब पुलिस पीड़ितों के नाम के साथ उनसे बात भी कर सकेगी।