देश भर में सबसे ज्यादा दिल्ली के सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा के लिए नामांकन बढ़ा
साल 2019-20 के बीच लगभग 7.95 लाख छात्र हैप्पीनेस पाठ्यक्रम से लाभांवित हुए। इसके अलावा स्कूलों में चुनौती मिशन बुनियाद प्रगति शिक्षण सामग्री स्पोकल इंग्लिश कक्षाएं शुरू करने जैसी गतिविधियां भी कहीं न कहीं नामांकन दर बढ़ाने में जिम्मेदार है।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। राजधानी के स्कूलों ने बीते कई सालों में प्राथमिक शिक्षा के स्तर पर बहुत तरक्की की है। सरकार द्वारा जारी आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक दिल्ली में साल 2018-19 में प्राइमरी कक्षाओं की सकल नामांकन दर (ग्रास इनरोलमेंट रेशियो) 120 फीसद थी जो कि देश भर के मुकाबले लगभग 19 फीसद ज्यादा थी। इस हिसाब से देखा जाए तो देशभर में प्राथमिक कक्षाओं में छात्रों की सकल नामांकन दर 101.25 फीसद है। वहीं, प्राथमिक स्तर पर निवल नामांकन दर (नेट इनरोलमेंट रेशियो) देशभर में 89.14 फीसद और दिल्ली में 100 फीसद है।
वहीं, उच्च प्राथमिक स्तर पर भी दिल्ली में छात्रों की सकल नामांकन फीसद ज्यादा है। साल 2018-19 के आंकडों के मुताबिक दिल्ली में सकल नामांकन दर 120.15 फीसद वहीं देशभर में 87.74 फीसद है। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर देशभर के मुकाबले बढ़ी हुई इन दरों का सबसे बड़ा कारण है दिल्ली के सरकारी स्कूलों में उपलब्ध उच्च गुणवत्ता की बुनियादी सुविधाएं। इन स्कूलों में छात्रों के लिए स्मार्ट कक्षाएं, स्वीमिंगपूल, कक्षा पुस्तकालय, व्यावसायिक प्रयोगशालाएं समेत कई अन्य सुविधाएं शामिल हैं। स्कूलों में छात्रों की पढ़ाई को और रोचक बनाने के लिए हैप्पीनेस पाठ्यक्रम भी शामिल किया गया ताकि छात्रों के शैक्षणिक अनुभवों में लगातार सुधार लाया जा सके।
साल 2019-20 के बीच लगभग 7.95 लाख छात्र हैप्पीनेस पाठ्यक्रम से लाभांवित हुए। इसके अलावा स्कूलों में चुनौती, मिशन बुनियाद, प्रगति, शिक्षण सामग्री, स्पोकल इंग्लिश कक्षाएं शुरू करने जैसी गतिविधियां भी कहीं न कहीं नामांकन दर बढ़ाने में जिम्मेदार है। वहीं, सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए अनवरत और अथक प्रयासों का परिणाम है कि दिल्ली में साक्षरता दर में लगातार सुधार हो रहा है और साक्षरता अंतराल में भी कमी आ रही है। 2011 की जनगणना में साक्षरता दर बढ़ कर 86.20 फीसद हो गई है, 1991 की जनगणना में यह 75.29 फीसद थी।
जयभीम मुख्यमंत्री प्रतिभा योजना से 220 छात्रों को मिला लाभ
दिल्ली सरकार जय भीम मुख्यमंत्री योजना के तहत आर्थिक रूप से वंचित, एससी, एसटी और ओबीसी परीक्षार्थियों को कोचिंग सुविधा दे रही हैं। ताकि छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर रोजगार हासिल करें। इस योजना के तहत साल 2019-20 में विभिन्न कोचिंग संस्थानों में लगभग 2071 विद्यार्थियों ने नामांकन किया था। जिसके बाद कुल 220 छात्रों ने इस योजना का लाभ उठाकर तकनीकी व मेडिकल शिक्षा में क्वालिफाई किया। इसमें 22 छात्रों को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, 56 छात्रों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा, 57 छात्रों को एसएससी और 85 छात्रों ने अन्य परीक्षाओं में क्वालिफाई किया।