गुरु रविदास मार्ग का हालः अतिक्रमण के कारण तीन किमी पार करने में लगता है आधा घंटा का समय
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम पीडब्ल्यूडी व स्थानीय पुलिस की ओर से कार्रवाई न किए जाने से पूरे मार्ग पर अतिक्रमण है और लोगों के चलने के लिए रास्ता ही नहीं बचा है। बहुत से वाहन तो महीनों से अपनी जगह से हटे ही नहीं।
नई दिल्ली [अरविंद द्विवेदी]। गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन को एमबी रोड से जोड़ने वाले गुरु रविदास मार्ग पर अवैध पार्किंग व अतिक्रमण के कारण लोगों का चलना दुश्वार हो गया है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, पीडब्ल्यूडी व स्थानीय पुलिस की ओर से कार्रवाई न किए जाने से पूरे मार्ग पर अतिक्रमण है और लोगों के चलने के लिए रास्ता ही नहीं बचा है। बहुत से वाहन तो महीनों से अपनी जगह से हटे ही नहीं। इनकी वजह से यह मार्ग पुराने वाहनों की मंडी जैसा बन गया है।
इस मार्ग से नियमित रूप से आने-जाने वाले लोगों की शिकायत पर न तो पुलिस कार्रवाई करती है और न ही निगम के अधिकारी। सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण व अवैध पार्किंग के कारण बसों, कारों व अन्य वाहनों के चलने के लिए जगह नहीं बची है। फुटपाथों पर भी अतिक्रमण कर दुकानें खोल ली गई हैं।
वहीं, इस बारे में स्थानीय निगम पार्षद मनप्रीत कौर ने बताया कि निगम की ओर से समय-समय पर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जाता है लेकिन दुकानदार फिर से आ जाते हैं। इसकी वजह से समस्या का समाधान नहीं हो पाता है। उन्होंने कहा कि जल्द ही फिर से अभियान चलाया जाएगा।
सड़क के दोनों ओर फुटपाथ पर भी अतिक्रमण कर लिए जाने के कारण पैदल चलने के लिए भी जगह नहीं बची है। इस कारण लोगों को सड़क पर वाहनों के बीच ही चलना पड़ता है जिससे हादसे का खतरा बना रहता है। सड़क के दोनों किनारों पर रेहड़ी-ठेले पर दुकानें सजी हैं। फुटपाथ पर स्थायी दुकानें बना ली गई हैं।
वहीं, एक लेन में तो कबाड़ वाहन भी खड़े रहते हैं। इस मार्ग पर अतिक्रमण के कारण वाहनों के चलने के लिए सिर्फ एक ही लेन बची है। दोनों ओर की सड़कों की बायीं ओर की दो लेनों पर अतिक्रमण, अवैध कब्जा, अवैध पार्किंग व दुकानें चल रही हैं। सबसे दाहिने ओर की लेन पर ही चलने की जगह बची है। इसी लेन का इस्तेमाल कार, बसें, बाइक व पैदल यात्रियों को करना पड़ता है। इस कारण यहां अक्सर हादसे होते हैं। रास्ता न होने के कारण अक्सर रोडरेज की घटनाएं भी होती हैं।