Delhi: करोल बाग में अतिक्रमण ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें, शिकायत के बाद भी नहीं मिल रही राहत
सड़क पर दोनों ओर खड़े वाहनों के कारण सुबह और शाम व दोपहर के वक्त जाम की स्थिति बनी रहती है। सड़क से गुजरने वाले वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहती है।
नई दिल्ली [राहुल सिंह]। करोल बाग के आर्य समाज मार्ग पर इन दिनों वाहनों का अतिक्रमण फैला हुआ है, जिसके कारण इस मार्ग पर जाम लगता है। सड़क पर दोनों ओर से जाम की स्थिति बनी रहने से स्थानीय लोगों को परेशानियां होती हैं। वहीं, वाहन चालकों को एक से दो घंटे तक जाम का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही पार्किंग के नाम पर निगम के कर्मी खेल कर रहे हैं।
वह सड़क के अलग अलग स्थानों पर वाहनों को खड़ा करा रहे हैं। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि वह अतिक्रमण की यातायात पुलिस और नगर निगम के अधिकारियों से कई बार शिकायत कर चुके हैं, जिसके बावजूद अब तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया है। करोल बाग में मोबाइल की गफ्फार मार्केट और बाइक के ऑटो पार्ट्स की बड़ी मार्केट है। जहां देश के अलग-अलग राज्यों से लोग सामान खरीदने के लिए आते हैं। ऐसे में अधिकतर लोग आर्य समाज मार्ग पर अपने वाहन खड़े कर बाजार में चले जाते हैं।
सड़क पर दोनों ओर खड़े वाहनों के कारण सुबह और शाम व दोपहर के वक्त जाम की स्थिति बनी रहती है। सड़क से गुजरने वाले वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहती है। इससे वाहन चालकों को परेशानी होती है। वहीं, करोल बाग इलाके की अलग-अलग कालोनियों में रहने वाले लोगों को भी दिक्कत होती है। सी ब्लॉक निवासी रंजीत सिंह ने बताया कि जाम के कारण रोजाना एक से दो घंटे खराब होते हैं। स्थानीय लोग कई बार इस मामले की यातायात पुलिस और नगर निगम के अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं। एक सप्ताह पहले भी पुलिस अधिकारियों को वाहनों को हटवाने के लिए अर्जी दी थी, लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उधर, करोल बाग वार्ड समिति के अध्यक्ष तेज राम का कहना है कि पार्किंग और अतिक्रमण को लेकर मामला संज्ञान में आया है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
पांच मिनट की दूरी तय करने में लगते हैं एक घंटाः गौरव
गफ्फार मार्केट में मोबाइल की दुकान करने वाले गौरव चौधरी ने बताया कि आर्य समाज मार्ग के मोड़ से बाजार तक आने में पांच मिनट लगते हैं, लेकिन सड़क पर जाम लगने के कारण कई बार एक-एक घंटा जाम में फंसे रहना पड़ता है। इसके कारण दुकान पहुंचने में देरी होती है। वहीं, सड़क पर एक भी यातायात पुलिसकर्मी मौजूद नहीं रहता है, जिसके कारण लोग अपना वाहन आसानी से सड़क पर खड़ा करके चले जाते हैं।
पार्किंग की नहीं देते मशीन से पर्ची
करोल बाग में नगर निगम की पार्किंग की जगह तय नहीं है, जो नियम के मुताबिक तय होनी चाहिए। इसके कारण पार्किंग चलवाने वाले लोग सड़क पर ही वाहनों को खड़ा करवाकर उनसे रुपये वसूलते हैं। लोगों का कहना है कि नगर निगम की पार्किंग चलाने वाले लोग हाथ से बनी पर्ची देते हैं, जबकि उन्हें मशीन से पर्ची देनी चाहिए, जिससे नगर निगम के पास वाहनों का आंकड़ा जा सके। लोगों का आरोप है कि पार्किंग में काम करने वाले कर्मचारी बिना वर्दी के काम करते हैं।
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