NEET PG Counselling: छह दिसंबर से देशभर के अधिकतर बड़े अस्पतालों में बंद होगी इमरजेंसी सेवा
रेजिडेंट डॉक्टरों ने इसको लेकर अब ताजा जानकारी दी है कि छह दिसंबर को देश भर में इनकी मांग का असर दिखेगा। रेजिडेंट डाक्टरों के संगठन फेडरेशन आफ रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने बताया कि छह दिसंबर से देशभर के अधिकर बड़े अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा बंद रहेगी।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। NEET PG Counselling: नीट में काउंसलिंग जल्द कराने की मांग को लेकर डॉक्टरों ने अब तेवर कड़े कर लिए हैं। रेजिडेंट डॉक्टरों ने इसको लेकर अब ताजा जानकारी दी है कि छह दिसंबर से देश भर में इनकी मांग का असर दिखेगा। रेजिडेंट डाक्टरों के संगठन फेडरेशन आफ रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) की ओर से मिली जानकारी के अनुसार छह दिसंबर से देशभर के अधिकर बड़े अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा बंद रहेगी। फोरडा ने इस बाबत स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर भी मांग की है कि नीट की काउंसलिंग जल्द कराई जाए नहीं तो इमरजेंसी सेवा का बहिस्कार करेंगे।
यह है मामला
नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट पोस्ट ग्रेजुएट (नीट पीजी) काउंसलिंग में देरी को लेकर रेजिडेंट डाक्टरों के संगठन फेडरेशन आफ रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया पत्र लिखकर जल्दी ही नीट-पीजी की काउंसलिंग शुरू न कराने पर सोमवार से आपातकालीन सेवाएं भी ठप करने की चेतावनी दी है। पत्र में यह कहा गया है कि कोरोना संकट के कारण पहले ही मेडिकल छात्रों का एक साल बर्बाद हो चुका है। अब जैसे तैसे नीट परीक्षा हुई तो काउंसलिंग में लगातार देरी हो रही है, जिससे देश भर के रेजिडेंट डाक्टर परेशान हैं। फिलहाल फोर्डा द्वारा देश भर में रेजिडेंट डाक्टरों से ओपीडी में कार्य न करने का आव्हान किया है। साथ ही आपातकालीन सेवाओं में रेजीडेंट डाक्टर सहयोग कर रहे हैं।
दूसरे दिन भी जारी रही हड़ताल, मरीज हुए परेशान
नीट-पीजी काउंसलिंग में देरी के विरोध में शनिवार को दूसरे दिन भी राजधानी के अधिकतर अस्पतालों में रेजिडेंट डाक्टर हड़ताल पर रहे। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि, शनिवार को आधे दिन की ओपीडी होने के कारण अस्पतालों में कम ही मरीज पहुंचे। इस दौरान लोकनायक अस्पताल में अपने स्वजन को इलाज के लिए लेकर पहुंचे अमित ने बताया कि उनकी मां को दौरा पड़ गया था। डाक्टरों की हड़ताल के कारण अस्पताल में मां को भर्ती कराने के लिए दो घंटे का समय लगा। साथ ही कई अस्पतालों से उन्हें वापस भी कर दिया गया था। हड़ताल में सफदरजंग, आरएमएल, जीटीबी, लेडी हार्डिंग, सुचेता कृपलानी सहित अधिकतर अस्पतालों के रेजिडेंट डाक्टर शामिल हुए। इस दौरान सभी ने केंद्र सरकार से नीट-पीजी की काउंसलिंग जल्दी शुरू कराने की मांग की।