दिल्ली के शहीद पार्क में 'एक दिया शहीदों के नाम' कार्यक्रम का आयोजन, मंत्री गोपाल राय भी रहे मौजूद
आईटीओ स्थित शहीद पार्क में एक दिया शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इस रोशनी को अपनी संस्कृति का हिस्सा बनाना होगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आइटीओ स्थित शहीदी पार्क में दीया जलाकर लोगों ने स्वतंत्रता के लिए जान कुर्बान करने वाले शहीदों को भावुक श्रद्धाजंलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में दिल्ली के विकास मंत्री गोपाल राय भी शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने शहीदों की कुर्बानी को याद करते हुए कहा कि आजादी हमें ऐसे ही नहीं मिली है, बल्कि इसके लिए लाखों लोगों ने अपनी कुर्बानियां दी है। माताओं की गोद खाली हो गई। लाखों बहनों के सिंदूर धूल गए। इसलिए इस दिन को किसी उत्सव और पर्व की तरह मनाया जाना चाहिए। जैसे हम होली, दीपावली, ईद और गुरुपर्व और क्रिसमस मनाते हैं। इसी प्रकार का आयोजन हर घर में होना चाहिए। ताकि बच्चों को भी आजादी की महत्ता का पता चले।
इसलिए राष्ट्रीय पर्वों को अपनी संस्कृति का हिस्सा बनाना होगा। उन्होंने खूनी दरवाजा के साथ ही आजादी की लड़ाई में दिल्ली के योगदान पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यह लड़ाई 1857 से चली आ रही है। इस लड़ाई में मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर ने अपने बेटों को भी कुर्बान किया।
उन्होंने बताया कि देश की बात फाउंडेशन द्वारा पूरे देश के 500 जिलों के 1000 जगहों पर "15 अगस्त की शाम, एक दीया शहीदों के नाम' कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। ताकि देश में अमर शहीदों के सपनों को देश के हर कोने के लोगों तक पहुंचाया जाए, इससे देश में सकारात्मक ऊर्जा पैदा कर नए भारत के निर्माण के लिए संगठित होकर काम किया जाए।