एक लाख रुपये के लिए कराया भतीजे का अपहरण, यूं खुला राज, चाचा गिरफ्तार
बच्चों ने बताया कि मोटरसाइकिल पर आए दो लोगों ने सभी को कोल्ड ड्रिंक पीने को दी। इसके बाद सभी को एक कमरे में बंद कर दिया और पीयूष को साथ ले गए।
गाजियाबाद [जेएनएन]। टीला मोड़ चौकी क्षेत्र के अफजलपुर में सोमवार सुबह 11 बजे चाचा ने अपने आठ माह के भतीजे का अपहरण करवा दिया। वह भतीजे को एक लाख रुपये में अपने मालिक को बेचने जा रहा था। साहिबाबाद पुलिस ने घटना के चार घंटे के भीतर तीन आरोपियोंं को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर दिया।
घर के अंदर चली गई मां
मूलरूप से बझेड़ा थाना जहांगीराबाद, बुलंदशहर के रहने वाले यशवीर अपनी चार बेटी और दो बेटों के साथ अफजलपुर गांव में रहते हैं। वह डेयरी चलाते हैं। सुबह करीब 11 बजे यशवीर की पत्नी पूनम ने अपने आठ माह के बेटे पीयूष को नहलाकर घर के बरामदे में लेटा दिया था। वहां पर उसके दो बहनें और भाई थे। इसके बाद पूनम कपड़े धोने और बेटी पलक (09) व परी (04) को नहलाने के लिए अंदर चली गईं।
आठ माह का पीयूष गायब था
करीब पांच मिनट बाद पूनम बाहर आईं तो उनके तीनों बच्चे अतुल (06), पायल (11), पूजा (13) बेहोश मिले। आठ माह का बेटा पीयूष गायब था। सूचना पर पहुंचे यशवीर ने बेटे के अपहरण की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों बेहोश बच्चों को जीटीबी में भर्ती कराया। होश आने पर बच्चों ने बताया कि मोटरसाइकिल पर आए दो लोगों ने सभी को कोल्ड ड्रिंक पीने को दी। इसके बाद सभी को एक कमरे में बंद कर दिया और पीयूष को साथ ले गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरू की।
एक माह पहले चाचा ने खींची थी बच्चे की फोटो
एसएचओ साहिबाबाद राकेश कुमार सिंह के मुताबिक यशवीर ने बताया कि उसका चचेरा भाई राजेंद्र भी उनके पड़ोस में रहता है। बच्चे के गायब होने से पहले राजेंद्र वहीं पर टहल रहा था। उसने दो दिन पूर्व अपने मोबाइल में पीयूष की फोटो भी खींची थी। पुलिस ने राजेंद्र को हिरासत में ले लिया। कड़ी पूछताछ में उसने सारा सच उगल दिया। दोपहर तीन बजे पुलिस ने बच्चे को बरामद कर लिया।
मालिक को बेचने के लिए कराया भतीजे का अपहरण
एसएचओ ने बताया कि पूछताछ में आरोपी राजेंद्र ने बताया कि वह दिल्ली के मंडोली निवासी बंटू के यहां मकान निर्माण में उपयोग होने वाली शटरिंग लगाने का काम करता था। राजेंद्र ने बताया कि बंटू की कोई औलाद नहीं है। उसने कोई बच्चा गोद दिलाने के लिए कहा था। उसने बंटू को पीयूष की फोटो दिखाई थी। फोटो देखकर बंटू पीयूष को एक लाख रुपये में खरीदने के लिए तैयार हो गया था।
40 हजार में दोस्तों से करवाया अपहरण
राजेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने अपने सहकर्मी नईम निवासी शामली और शौकीन निवासी बागपत के साथ अपहरण की योजना बनाई। राजेंद्र ने दोनों को 40 हजार रुपये देने का लालच दिया था। सोमवार को दोनों ने बच्चे का अपहरण कर लिया। इसके बाद दोनों आरोपी बच्चे को दिल्ली लेकर निकलने वाले थे। पुलिस ने तुरंत मामले की जांच की और बच्चे को सकुशल फर्रुखनगर से बरामद कर लिया।
आरोपी बंटू की तलाश जारी
सीओ साहिबाबाद डॉ. राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि मामले में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। राजेंद्र, नईम और शौकीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी बंटू की तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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