शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को जारी किया नोटिस, बच्चों को लेकर दिया चार खास संदेश
निदेशालय के अधिकारी ने बताया कि मनोदर्पण गाइडलाइंस में बताया गया है कि कैसे कोरोना विषय पर बात करने और जागरूकता फैलाने से छात्रों के बीच इसका डर दूर किया जा सकता है।यह भी कहा गया है कि अभिभावक छात्रों को स्वस्थ रखने की दिशा में उनका रूटीन तय करें।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। कोरोना महामारी के कारण दो साल से स्कूल बंद थे और कक्षाएं आनलाइन माध्यम से जारी थीं। अब शैक्षणिक सत्र 2022-23 से कक्षाएं आफलाइन माध्यम से शुरू हो चुकी हैं। दो साल बाद आनलाइन से आफलाइन में पढ़ाई को लेकर छात्रों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए निदेशालय ने सुविधापूर्ण शिक्षण के लिए मनोदर्पण गाइडलाइंस जारी की है। इस गाइडलाइंस में प्रधानाचार्यो के लिए प्रायोगिक सुझाव दिए हैं।
बच्चों को स्वस्थ्य रखने के लिए तय हो रूटीन
निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि मनोदर्पण गाइडलाइंस में बताया गया है कि कैसे कोरोना विषय पर बात करने और जागरूकता फैलाने से छात्रों के बीच इसका डर दूर किया जा सकता है। यह भी कहा गया है कि अभिभावक छात्रों को स्वस्थ रखने की दिशा में उनका रूटीन तय करें, जिसमें खाने-पीने, सोने, पढ़ने और खेलने का तय समय हो। बच्चों को शारीरिक दूरी के बारे में भी बताएं।
पर्यावरण संरक्षण के लिए स्कूल में कराई चित्रकला प्रतियोगिता
इधर, पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर आरडब्ल्यूए ने पर्यावरण संरक्षण विषय पर शिशु भारती विद्यालय नंबर-दो में चित्रकला प्रतियोगिता कराई। इसमें 85 विद्यार्थियों ने भाग लिया। विजयी विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र दिए गए। मुख्य अतिथि नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी शिवेंद्र सिंह रहे। आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष मुकेश स्वामी ने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाना है। बच्चे देश का आने वाला कल हैं, इस प्रतियोगिता के जरिये बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें। पालिथीन की जगह कपड़े के थैले का इस्तेमाल करें। इस मौके पर स्कूल के चेयरमैन हेमचंद्र गुप्ता, गौरव सपरा, प्रधानाचार्य शालिनी, उमा श्रीवास्तव, पवन कुमार जिंदल, धर्म राज, राजकुमार आदि मौजूद रहे।