Earth Hour Day: दिल्ली ने बचाई 279 मेगावाट बिजली, देश में 1 घंटे के लिए हुई थी बत्ती गुल; जानिए वजह
अर्थ आवर डे (Earth Hour Day 2023) पर दिल्ली एनसीआर समेत पूरे देश में साढ़े 8 बजे बत्ती गुल हो गई। दफ्तरों सरकारी आवास कार्यालयों सार्वजनिक स्थलों धार्मिक स्थलों राष्ट्रीय धरोहरों पर लाइट बंद कर दी गईं। इसके साथ ही घरों में लोगों ने लाइट बंद कर दी।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। अर्थ आवर डे (Earth Hour Day 2023) पर दिल्ली एनसीआर समेत पूरे देश में साढ़े 8 बजे बत्ती गुल हो गई। दफ्तरों, सरकारी आवास, कार्यालयों, सार्वजनिक स्थलों, धार्मिक स्थलों, राष्ट्रीय धरोहरों पर लाइट बंद कर दी गईं। इसके साथ ही घरों में लोगों ने लाइट बंद कर दी। दिल्ली ने इस बार 279 मेगावाट बिजली बचाई, जो पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा है। लाइट साढ़े 9 बजे तक बंद की गई थी।
#WATCH | Lights at Delhi's Akshardham temple turned off for an hour from 8.30 pm to 9.30 pm to mark the #EarthHour pic.twitter.com/8uKLRub9Vr
— ANI (@ANI) March 25, 2023
दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर, मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, कोलकाता में हावड़ा ब्रिज की लाइट बंद कर दी गईं। यह लाइट साढ़े 8 से साढ़े 9 (एक घंटा) बंद रहेंगी।
#WATCH | Lights switched off at Mumbai's Chhatrapati Shivaji Maharaj Terminus for an hour from 8.30 pm to 9.30 pm to mark the #EarthHour pic.twitter.com/1XOD6zejPP
— ANI (@ANI) March 25, 2023
पिछली बार दिल्ली में बची थी 171 मेगावाट बिजली
पृथ्वी को बचाने का संदेश देने के लिए प्रत्येक वर्ष मार्च के अंतिम शनिवार को अर्थ आवर मनाया जाता है। लोग रात साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे तक अपने घरों और कार्य स्थलों की लाइटें और अन्य बिजली उपकरण बंद रखते हैं। पिछले वर्ष दिल्लीवासियों ने 171 मेगावाट बिजली बचाई थी। इस वर्ष 25 मार्च को अर्थ आवर मनाया जा रहा है। इसे सफल बनाने के लिए बिजली वितरण कंपनियां (डिस्कॉम) जागरूकता अभियान चला रही हैं।
#WATCH | 'Earth Hour' being observed in Kolkata as lights at the iconic Howrah bridge are turned off to conserve energy pic.twitter.com/dSn3HY5CuO
— ANI (@ANI) March 25, 2023
दिल्ली ने बचाई 279 मेगावाट बिजली
अर्थ आवर पर दिल्लीवासियों ने रात साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे तक लोग अपने घरों व कार्य स्थलों की लाइटें व अन्य बिजली उपकरण बंद रखा। दिल्लीवासियों ने पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 108 यूनिट ज्यादा बिजली की बचत की। पिछले वर्ष दिल्लीवासियों ने 171 मेगावाट बिजली बचाई थी। इस बार 279 मेगावाट की बचत की। इस अभियान को सफल बनाने के लिए बांबे सब अर्बन इलेक्ट्रिक सप्लाई (बीएसईएस) और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) उपभोक्ताओं को जागरूक कर रही थी।
17 वर्ष पहले हुए थी शुरुआत
डिस्काम अधिकारियों ने बताया कि जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते वर्ल्ड वाइड फंड फार नेचर द्वारा 17 वर्ष पहले अर्थ आवर की शुरुआत की गई थी। 190 देशों के लोग इसमें शामिल होते हैं। लोग एक घंटे तक अपने घरों व कार्य स्थलों की गैरजरूरी लाइटें व बिजली से चलने वाले उपकरण बंद रखते हैं। इसके माध्यम से लोगों को बिजली बचत से पर्यावरण संरक्षण करने का संदेश दिया जाता है। बीएसईएस के अधिकारियों ने कहा कि उनके चार सौ से अधिक कार्यालयों में अर्थ आवर के दौरान गैर जरूरी लाइटें बंद रखी जाएगी।