Durga Puja 2020: इस बार नहीं दिखेगा सांस्कृतिक रंग, कोरोना के चलते किए गए हैं विशेष इंतजाम
कालीबाड़ी मंदिर समिति के मुख्य आयोजक स्वपन गांगुली ने बताया कि पंडाल में आने से पहले हर भक्त की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी जिसके बाद उसे सैनिटाइज किया जाएगा। वह सैनिटाइज होने के बाद पंडाल में लगे बैरिकेडिंग से होता हुआ मां दुर्गा का दर्शन करेगा।
नई दिल्ली [राहुल सिंह]। राजधानी दिल्ली में हर साल बिल्कुल पश्चिम बंगाल की तरह ही दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता था, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के चलते अधिकतर जगहों पर होने वाले आयोजन रद कर दिए गए हैं। ऐसे में इस साल केवल कालीबाड़ी मंदिर में ही पर परंपरागत और धार्मिक तरीके से दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाएगा, लेकिन इस मंदिर में भी इस बार मां दुर्गा के भक्तों को सांस्कृतिक और सामाजिक रंग देखने को नहीं मिलेंगे। साथ ही पंडाल में किसी भी भक्त के बैठने की व्यवस्था नहीं की गई है। वह केवल मां के स्वरूप के दर्शन करेंगे और बाहर चले जाएंगे।
कालीबाड़ी मंदिर समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि इस साल भी आयोजन किया जाएगा, लेकिन इस साल पंडाल में हर साल की तरह होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में बंगाल के कलाकार और दिल्ली में रहने वाले लोग हिस्सा लेते थे, जो इस साल पंडाल में आयोजित नहीं किए जाएंगे। वहीं, इस साल पंडाल में कोई स्टाल भी नहीं लगाए जाएंगे, जो बंगाली के सामाजिक दायरे को दर्शाता था, जहां दिल्ली के लोग बंगाल से जुड़ी वस्तुएं खरीद पाते थे। समिति ने फैसला लिया है कि इस साल कोई स्टाल भी नहीं लगाया जाएगा, लेकिन धार्मिक आयोजन में कोई कमी ना आए। इसके लिए तैयारियां की गई है। मंदिर के दोनों द्वार पर सैनिटाइजेशन मशीन लगाई गई है, जो मंदिर में आने वाले और जाने वाले भक्तों को सैनिटाइज भी करेंगी।
वहीं, पदाधिकारियों का कहना है कि इस साल पंडाल से किसी भी भक्त को प्रसाद वितरित नहीं किया जाएगा। मंदिर में आकर दान देने वाले लोगों के नाम की लिस्ट तैयार की जाएगी, जिसमें उनके घर का पता भी लिया जाएगा। पूजा के आयोजन के बाद सभी भक्तों के घर पर समिति की ओर से प्रसाद पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। हर साल पंडाल में ही भंडारे का आयोजन किया जाता था, जो इस साल नहीं किया जाएगा।
कालीबाड़ी मंदिर समिति के मुख्य आयोजक स्वपन गांगुली ने बताया कि पंडाल में आने से पहले हर भक्त की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी, जिसके बाद उसे सैनिटाइज किया जाएगा। वह सैनिटाइज होने के बाद पंडाल में लगे बैरिकेडिंग से होता हुआ मां दुर्गा का दर्शन करेगा। इसके बाद वह सीधा दूसरे द्वार से बाहर चला जाएगा, जहां उसे दोबारा से सैनिटाइज करने की व्यवस्था की गई है। पंडाल में किसी भी भक्त को प्रसाद चढ़ाने और प्रसाद मांगने की अनुमति नहीं है। पूजा के बाद भक्तों के घर पर प्रसाद भेजा जाएगा।
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