जानकारी का अभाव में पूरा चिड़ियाघर नहीं देखते पर्यटक, पहुंच से दूर हैं प्रैम सर्विस
पर्यटक बच्चों को मजबूरी में गोद में उठा कर मीलों तक पैदल चलते हैैं। इस कारण माता पिता पूरा चिड़ियाघर घूमने से पहले ही वापस घर का रुख कर लेते हैैं।
नई दिल्ली [किशन कुमार]। इन दिनों चिड़ियाघर में छोटे बच्चों के साथ वन्यजीवों का दीदार करने पहुंचने वाले माता पिता बच्चों को गोद में लेकर चलने से थक जाते हैैं। गर्मी में लोगों को बच्चों को गोद में लेकर कई मीलों तक चलना पड़ रहा है। इस कारण कई पर्यटक पूरा चिड़ियाघर बिना घूमे ही वापस घर का रुख कर लेते हैं।
परेशान होते हैं पर्यटक
दरअसल, चिड़ियाघर में वन्य जीवों का दीदार करने पहुंचने वाले छोटे बच्चों के लिए प्रैम (छोटे बच्चों की ट्राली) की सुविधा है। इसमें छोटे बच्चे आसानी से बैठकर पूरा चिड़ियाघर घूम सकते हैं। लेकिन जानकारी के अभाव में पर्यटक बच्चों को मजबूरी में गोद में उठा कर मीलों तक पैदल चलते हैैं। इस कारण माता पिता पूरा चिड़ियाघर घूमने से पहले ही वापस घर का रुख कर लेते हैं।
सुविधा के बारे में जानकारी नहीं दी जाती
वहीं, चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से पर्यटकों को प्रैम की सुविधा को लेकर कोई जानकारी भी नहीं दी जाती है। चिड़ियाघर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक वन्य जीवों के दीदार के लिए पहुंचते हैैं। इसमें कुछ पर्यटक छोटे बच्चों के साथ भी आते हैैं। पर्यटकों को देने के लिए चिड़ियाघर प्रशासन के पास केवल 15 प्रैम हैं। वो भी जानकारी के अभाव के कारण पर्यटकों की पहुंच से काफी दूर हैं।
जानकारी का अभाव
चिड़ियाघर परिसर पूरे 176 एकड़ में फैला हुआ है। ऐसे में यहां बच्चों के साथ आने वाले पर्यटकों को वन्य जीवों को देखने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि, यहां बैटरी कार की सुविधा है, जिसका निर्धारित शुल्क लिया जाता है। लेकिन प्रैम की नि:शुल्क सुविधा होने के बावजूद भी जानकारी के अभाव में माता पिता यहां अपने बच्चों को कंधे व गोद में लिए थकने को मजबूर हैैं।
कैसे मिलती है प्रैम की सुविधा
चिड़ियाघर में जो भी पर्यटक छोटे बच्चों के साथ आते हैं, उनके लिए प्रैम की नि:शुल्क सुविधा है। इसके लिए पर्यटक को चिड़ियाघर प्रशासन के पास अपनी एक पहचान पत्र की मूल कॉपी के साथ 200 रुपये जमा करने होते हैं। प्रैम वापस किए जाने पर पर्यटक को मूल कॉपी और 200 रुपये वापस कर दिए जाते हैैं। लेकिन जानकारी के अभाव में लोग इस सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हैैं।
यहां किसी भी तरह का प्रैम के संबंध में कोई बोर्ड नहीं दिखा, जिससे पता चल सके की यहां पर्यटकों को नि:शुल्क प्रैम की सुविधा दी जा रही है।
-सुनंदा
मैं यहां पहली बार आया हूं। चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से भी मुझे प्रैम की सुविधा के बारे में नहीं बताया गया। इसलिए बच्चे को गोद में ही लेकर चिड़ियाघर में घूम रहा हूं।
-मोहम्मद जावेद