प्रचंड गर्मी ने दिल्लीवासियों का किया हाल बेहाल, हीट स्ट्रोक से बचने के लिए अपनाएं ये सावधानियां
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चिलचिलाती धूप और गर्मी से लोगों को हाल बेहाल है। लोग गर्मी की वजह से बुखार सी पीड़ित हो रहे हैं और डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहे हैं। इससे दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
बाहरी दिल्ली, जागरण संवाददाता। पिछले दो दिनों से प्रचंड गर्मी ने दिल्लीवासियों का हाल बेहाल कर दिया है। लोगों के सामने कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं आ रही हैं। इन मरीजों में हीट स्ट्रोक के पहले के लक्षण देखे जा रहे हैं, जिसमें लोगों को अधिक पसीना आना, चक्कर आना और सिरदर्द हो रहा है।
2 दिनों में 20 फीसद बढ़े डिहाइड्रेशन के मरीज
लोग गर्मी की वजह से बुखार सी पीड़ित हो रहे हैं और डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहे हैं। मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल सहित रोहिणी के आंबेडकर अस्पताल में प्रतिदिन ऐसे मरीज आ रहे हैं जिन्हें अधिक पसीना आना, चक्कर आना और सिरदर्द की समस्या आ रही है। गर्मी की वजह से निगम के स्वास्थ्य केंद्रों पर भी मरीजों के आने का सिलसिला जारी है।
इन स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्मी के कारण होने वाले तेज बुखार के चार-पांच मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं। हालांकि हीट स्ट्रोक के मरीज अभी नहीं है, लेकिन गर्मी के कारण गले में समस्या, खांसी, जुकाम के मरीज लगातार आ रहे हैं। यहां पिछले दो दिनों में गर्मी की वजह से डिहाइड्रेशन के 15-20 फीसद मरीज बढ़े हैं।
पर्याप्त मात्रा में पीते रहें पानी
संजय गांधी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके अरोड़ा ने बताया कि हीट स्ट्रोक में बेहोशी आती है और व्यक्ति बेसुध हो जाते हैं। इनके मरीज तो अभी नहीं है लेकिन इनके लक्षण वाले मरीज आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इनसे बचाव के लिए हम सभी को पर्याप्त पानी पीते रहना चाहिए। धूप वाली जगहों से बचकर रहना होगा। सबसे अधिक सावधानी बच्चों और बुजुर्गों को रखनी होगी।
कहा कि यदि घर से बाहर निकल रहे हों तो छाता साथ रखे और पानी की बोतल अपने साथ जरूर रखें। किसी भी हालत में शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए इसलिए घर से पानी लेकर चलें।
उन्होंने इस ओर भी ध्यान दिलाया कि अक्सर बड़े अपने बच्चों को बंद गाड़ी में छोड़कर चले जाते हैं, ऐसा नहीं करना चाहिए। कपड़े भी हल्के और काटन ही पहने।
बच्चों को खाली पेट न भेजें बाहर
निगम में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी व विशेषज्ञ डॉ. आरपी पाराशर ने बताया कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से दुनिया के अनेक देशों में लगातार बढ़ता जा रहा है जो भविष्य के लिए खतरे की घंटी है।
उन्होंने बताया तेज गर्मी के चलते बच्चे जल्दी हीट स्ट्रोक का शिकार हो सकते हैं इसलिए इन्हें घर से बाहर भेजने से पहले कुछ जरूर खिलाएं क्योंकि खाली पेट उनपर जल्दी गर्मी का प्रभाव पड़ेगा।
फिलहाल हीट स्ट्रोक के मामले तो नहीं हैं लेकिन गर्मी लगने के कारण लोगों को बुखार हो रहा है। गर्मी में एकदम से फ्रिज का ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक आइसक्रीम, आदि लेने से गला खराब होने, जुकाम, खांसी, आदि के मामले भी काफी संख्या में आ रहे हैं।
इसलिए धूप से बचने के साथ-साथ यह भी आवश्यक है कि एकदम तपते हुए शरीर में बहुत ज्यादा ठंडा पानी या कोई पेय पदार्थ न ले।