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कोरोना के कारण अब सिर्फ डेढ़ घंटे में सिमट जाएगा बजट सत्र, नहीं होगा प्रश्नकाल

दिल्‍ली का बजट सत्र सिर्फ डेढ़ घंटे का होगा। दो बजे बजट सत्र शुरू होगा और साढ़े तीन बजे इसका समापन हो जाएगा।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 22 Mar 2020 11:13 PM (IST)Updated: Mon, 23 Mar 2020 05:56 AM (IST)
कोरोना के कारण अब सिर्फ डेढ़ घंटे में सिमट जाएगा बजट सत्र, नहीं होगा प्रश्नकाल
कोरोना के कारण अब सिर्फ डेढ़ घंटे में सिमट जाएगा बजट सत्र, नहीं होगा प्रश्नकाल

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अपना बजट सत्र शनिवार को पांच दिन से घटाकर सिर्फ एक दिन यानी केवल 23 मार्च का कर दिया था। अब इसका समय भी घटा दिया है। बजट सत्र सिर्फ डेढ़ घंटे का होगा। दो बजे बजट सत्र शुरू होगा और साढ़े तीन बजे इसका समापन हो जाएगा। बजट पेश किए जाने से पहले आर्थिक सर्वेक्षण और आउटकम बजट की रिपोर्ट उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सदन में रखेंगे।

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अलग-अलग ग्रांट की मंजूरी होगी

इसके बाद सदन के पटल पर 2020-21 का वार्षिक बजट रखेंगे। उस बजट को पास कर दिया जाएगा। इस मौके पर अलग-अलग मामलों में ग्रांट को भी मंजूरी उसी दिन हो जाएगी। सदन में रखे गए बजट पर सरकार कोई चर्चा नहीं कराएगी। कोई प्रश्नकाल भी नहीं होगा। इस बार सरकार के बजट में पांच से दस फीसद तक बढ़ोतरी होने की भी संभावना जताई जा रही है। वित्त वर्ष 2019-20 का बजट 60 हजार करोड़ रुपये का था।

पहले 23 से 27 मार्च तक होना था बजट सत्र

इस बार का बजट सत्र पहले 23 से 27 मार्च तक का होना था। दिल्ली सरकार के बजट सत्र की शुरुआत उपराज्यपाल के अभिभाषण से होती है, मगर कोरोना के चलते बजट सत्र का समय घटाएं जाने से इस बार एलजी का अभिभाषण नहीं होगा। कोरोना वायरस का प्रभाव कम होने के बाद सरकार विशेष सत्र बुलाकर बाद में इस पर चर्चा करा सकती है। कोरोना से बचाव के लिए सदन में भाग लेने वाले विधायकों और वहां पहुंचने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए पूरे प्रबंध किए गए हैं। विधानसभा सदन के साथ-साथ पूरे परिसर को रविवार को सैनिटाइज किया गया। सोमवार को फिर से सदन शुरू किए जाने के पहले सैनिटाइज किया जाएगा।

बजट में ढांचागत विकास को गति मिलने की उम्मीद

इधर, आम आदमी पार्टी (आप) की नवगठित सरकार के पेश होने जा रहे पहले बजट से ढांचागत विकास को गति मिलने की उम्मीद है। इस सरकार ने पिछले कार्यकाल में ढांचागत विकास में खासकर यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से कई योजनाओं को आगे बढ़ाया था। मगर पांच साल के प्रयास के बाद भी ये योजनाएं जमीन पर नहीं उतर सकी थीं। दिल्ली में अब फिर से आप की सरकार है ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि ढांचागत विकास की योजनाओं को इस बजट में महत्व मिलेगा।

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