डूसू अध्यक्ष समेत 202 छात्रों की डिग्री की जांचेगा डीयू, इसी वर्ष लिया है दाखिला
इस साल एमए बुद्धिस्ट स्टडीज में 202 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया था। अंकिव के साथ ही इन सभी विद्यार्थियों के स्नातक पाठ्यक्रमों की डिग्री की भी जांच की जाएगी।
नई दिल्ली (राहुल मानव)। दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अंकिव बैसोया समेत 200 विद्यार्थियों की डिग्री की जांच करेगा। डिग्री विवाद को लेकर डीयू के बुद्धिस्ट स्टडीज विभाग की तरफ से सोमवार को दाखिला समिति के सदस्यों की बैठक बुलाई गई है।
इस बैठक में फैसला लिया जाएगा कि किस तरीके से जांच की जाए और दस्तावेजों की जांच प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से कैसे पूरी की जाए। इस साल एमए बुद्धिस्ट स्टडीज में 202 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया था। अंकिव के साथ ही इन सभी विद्यार्थियों के स्नातक पाठ्यक्रमों की डिग्री की भी जांच की जाएगी।
बुद्धिस्ट स्टडीज विभाग के प्रमुख केटीएस साराव ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि अंकिव के मामले में हमें बुधवार शाम को कई लोगों से शिकायत मिली है। इसके बाद हमने निर्णय लिया कि अंकिव के स्नातक पाठ्यक्रमों व अन्य दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
अंकिव ने इस साल एमए बुद्धिस्ट स्टडीज में दाखिला लिया है। उनके अलावा 201 विद्यार्थियों ने भी इसी पाठ्यक्रम में दाखिला लिया है। इन सभी के स्नातक पाठ्यक्रमों के दस्तावेजों की जांच की जाएगी। जिन विद्यार्थियों ने डीयू या दिल्ली के ही विश्वविद्यालय से स्नातक किया है, उनके दस्तावेजों का सत्यापन कार्य जल्द हो जाएगा। जिन्होंने दूसरे राज्यों से स्नातक की पढ़ाई की है, उनके दस्तावेजों की जांच करने में समय लगेगा। इसकी प्रक्रिया को तैयार करने के लिए सोमवार को दाखिला समिति के सदस्यों की बैठक बुलाई गई है। देश के उन सभी विश्वविद्यालयों से संपर्क किया जाएगा, जहां से इन विद्यार्थियों ने स्नातक की डिग्री लेने के दस्तावेज दिए हैं।
चुनाव लड़ने के लिए लेते हैं दाखिला
केटीएस साराव ने कहा कि इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि बहुत से छात्र दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव लड़ने के लिए ही एमए बुद्धिस्ट स्टडीज विभाग में दाखिला लेते हैं। इसी तरह लॉ फैकल्टी में भी बहुत से छात्र चुनाव लड़ने के लिए ही दाखिला लेते हैं। विद्यार्थियों को डूसू चुनाव लड़ने का अधिकार है और हम किसी को इन दोनों विभागों में दाखिला लेने से नहीं रोक सकते हैं। पिछले बीस साल में डूसू में जितने भी पदाधिकारी बने हैं, उनमें से कई विद्यार्थी इन्हीं दोनों विभागों के छात्र रह चुके हैं। छात्र संगठनों के वे विद्यार्थी जो चुनाव लड़ना चाहते हैं, वे भी इन्हीं विभाग में दाखिला लेते आए हैं।
बुद्धिस्ट स्टडीज में हैं 400 विद्यार्थी
केटीएस साराव ने कहा कि बुद्धिस्ट स्टडीज विभाग में एमए, एमफिल, पीएचडी, डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स की पढ़ाई होती है। एमए बुद्धिस्ट में 237 सीटें हैं। एमफिल में 25 सीटें, पीएचडी में 20 और कुछ सीटें डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स में हैं। तिब्बती, पालि एवं मंदारिन भाषा में विभाग डिप्लोमा कराता है। विभाग में 20 शिक्षक हैं। सभी पाठ्यक्रमों को मिलाकर 400 विद्यार्थी इस विभाग में पढ़ रहे हैं।