DU Admission 2021 : अभी करना होगा एडमिशन के लिए इंतजार, साफ नहीं हो पा रही तस्वीर
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में स्नातक दाखिला प्रक्रिया शुरू होने को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। छह अप्रैल को डीयू ने एक नोटिफिकेशन जारी कर दाखिला प्रक्रिया शुरू होने की बात कही। उम्मीद की जा रही थी कि मई महीने में दाखिले का शेड्यूल जारी हो जाएगा
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में स्नातक दाखिला प्रक्रिया शुरू होने को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। छह अप्रैल को डीयू ने एक नोटिफिकेशन जारी कर बहुत जल्द दाखिला प्रक्रिया शुरू होने की बात कही थी। इसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि मई महीने में दाखिले का शेड्यूल जारी हो जाएगा, लेकिन सीबीएसई समेत विभिन्न राज्यों की 12 वीं की बोर्ड परीक्षाओं में देरी के चलते डीयू ने कदम पीछे खींच लिए। डीन आफ कालेज प्रो बलराम पाणि ने बताया कि सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बहुत जल्द निर्णय लिए जाने की उम्मीद है। ऐसे में जून के पहले हफ्ते में डीयू दाखिले की तस्वीर स्पष्ट हो सकती है।
सीयूसेट के जरिये नहीं हुए दाखिले तो पूर्व की तरह रहेगी प्रवेश प्रकिया:
केंद्रीय विश्वविद्यालयों में इस बार सेंट्रल यूनिवर्सिटी कामन एंट्रेस टेस्ट (सीयूसेट) के जरिये दाखिले होने थे। जिसकी जिम्मेदारी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को दी गई है, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के चलते जो परिस्थितियां उपजी हैं उसमें सीयूसेट के जरिये दाखिला फिलहाल संभव नहीं लग रहा है। डीयू के एक अधिकारी ने बताया कि यदि सीयूसेट के माध्यम से दाखिला नहीं होता है तो डीयू में स्नातक पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रकिया पूर्व की भांति ही रहेगी। उन्होंने बताया कि डीयू राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के संपर्क में हैं। हाल ही में बोर्ड परीक्षा सहित अन्य प्रवेश परीक्षा को लेकर केंद्रीय मंत्रियों के नेतृत्व में सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री व अन्य लोगों की बैठक हुई थी। एक जून तक इस बाबत कोई निर्देश आने की संभावना है। बुधवार को डीयू में दाखिला विभाग की डीन के नेतृत्व में भी एक बैठक हुई थी। हालांकि इसमें कोई ठोस नतीजा नहीं निकला।
छात्र ने की इंटरमीडिएट सेमेस्टर परीक्षाओं को रद करने की मांग
विधि संकाय के अंतिम वर्ष के 230 छात्रों ने डीयू कार्यवाहक कुलपति को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि इंटरमीडिएट परीक्षाएं एक साल से लंबित है। विधि संकाय में तीन वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम है जो सेमेस्टर में विभाजित है। कोरोना के चलते गत वर्ष सेमेस्टर परीक्षाएं नहीं आयोजित की गई। छात्रों को अब चिंता सता रही है कि यदि लंबित व आगे होने वाली परीक्षाएं एक साथ आयोजित की गई तो परीक्षा परिणाम प्रभावित होंगे। ऐसे में लंबित परीक्षाएं रद की जानी चाहिए। नहीं तो एलएलएम दाखिले में परेशानी होगी। वहीं आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन ने भी गुरुवार को प्रेसवार्ता कर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं रद करने की मांग की।