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DU Admission 2020: ऑनलाइन देखिए, किस कॉलेज और विषय में मिल सकता है दाखिला

DU Admission 2020 डीयू प्रशासन ने बताया कि कटऑफ जारी होने के बाद पोर्टल खुल जाएगा। छात्र जब लॉग-इन करेंगे तो पोर्टल पर दाखिले की जानकारी मिलेगी। मसलन छात्र किन कॉलेज-पाठ्यक्रम में दाखिले के योग्य हैं। यहां विगत वर्षों के मुकाबले छात्रों को काफी सहुलियत मिलेगी।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 08 Oct 2020 07:43 PM (IST)Updated: Thu, 08 Oct 2020 10:26 PM (IST)
DU Admission 2020: ऑनलाइन देखिए, किस कॉलेज और विषय में मिल सकता है दाखिला
डीयू का दावा-ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया निष्पक्ष एवं छात्रों के लिए हितकारी।

नई दिल्ली, संजीव कुमार मिश्र। DU Admission 2020: कोरोना काल में दिल्ली विश्वविद्यालय की दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी। दाखिले के लिए छात्र पोर्टल पर लाॅग-इन करेंगे तो डैशबोर्ड पर कॉलेज-विषय संबंधी सारी जानकारी दिखेगी। छात्र अपनी मनमुताबिक एक से अधिक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन कर सकता है। इस बार दाखिला कमेटी के कन्वीनर एवं प्राचार्य को डिजिलॉकर की सुविधा दी जाएगी। यानि दस्तावेजों की जांच भी पूरी तरह ऑनलाइन ही होगी। डीयू दाखिला समिति की बुधवार रात हुई बैठक में भी इन बातों पर चर्चा हुई।

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डीयू प्रशासन ने बताया कि कटऑफ जारी होने के बाद पोर्टल (https://ug.du.ac.in) खुल जाएगा। छात्र जब लॉग-इन करेंगे तो पोर्टल पर दाखिले की जानकारी मिलेगी। मसलन, छात्र किन कॉलेज-पाठ्यक्रम में दाखिले के योग्य हैं। यहां विगत वर्षों के मुकाबले छात्रों को काफी सहुलियत मिलेगी। जैसे, पहले कटऑफ जारी होने के बाद छात्र कॉलेज जाता था। फाॅर्म भरता था। फिर टीचर इंचार्ज छात्र के दस्तावेजों का सत्यापन करता था। बेस्ट ऑफ 4 के लिए प्राप्तांक आदि की गणना करता था, एवं एक स्लिप देता था। छात्र स्लिप दिखाकर प्राॅस्पेक्टस ले जाता एवं फीस जमा करता था। फॉर्म विभिन्न चरणों से होते हुए प्राचार्य तक पहुंचता था। छात्र इधर फीस जमा करता और उधर दाखिला प्रक्रिया पूरी हो जाती। विगत वर्ष तक छात्रों के पास कॉलेज का तो विकल्प होता था लेकिन पाठ्यक्रमों को लेकर सीमित सुविधाएं होती थी। लेकिन इस बार छात्रों का पाठ्यक्रमों का विकल्प ज्यादा रहेगा। छात्र ऑनलाइन फॉर्म भरने के दौरान दो से अधिक पाठयक्रमों को चिन्‍हित कर सकते हैं। हालांकि कॉलेजों ने इस पर आपत्ति भी जताई है। डीयू की बैठक में प्राचार्यों ने कहा कि इससे सत्यापन प्रकिया जटिल हो जाएगी।

पारदर्शी दाखिला प्रक्रिया

आवेदकों के दस्तावेजाें की सत्यापन प्रक्रिया तीन चरणों (टीचर इंचार्ज, दाखिला कमेटी कन्वेनर और प्राचार्य) में सम्पन्न होगी। पहली बार डिजिलाॅकर की सुविधा कन्वीनर, प्राचार्यों को मिलेगी। इसके तहत यूपी बोर्ड, सीबीएसई, हरियाणा, बिहार बोर्ड समेत कुल 10 बोर्ड के परीक्षा परिणाम की विस्तृत जानकारी सीडी या फिर यूआरएल लिंक के रूप में प्राचार्यों को मिलेगी। छात्रों के नाम, विषय, अनुक्रमांक समेत अन्य जानकारी का मिलान सुलभ हो सकेगा। डीयू प्रशासन ने बताया कि सत्यापन के किसी भी स्तर यदि आवेदन में कोई कमी है या आवेदन रिजेक्ट किया जा रहा है तो इसकी जानकारी छात्र को ऑनलाइन देनी होगी, ताकि छात्र चाहे तो शिकायत प्रकोष्ठ में मामला दर्ज कराए। संबंधित कटऑफ की समयावधि में ही विवि प्रशासन को छात्र को जवाब देना होगा। डीयू पदाधिकारी ने बताया कि यदि किसी छात्र द्वारा पोर्टल पर अपलोड दस्तावेज स्पष्ट नहीं है तो शिक्षक सीधे छात्र से बात करेंगे। शिक्षक, छात्र से दोबारा दस्तावेज अपलोड करने को कहेंगे।

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