युवाओं के कौशल को बढ़ाने के लिए डीएसईयू ने किया एमओयू
दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय (डीएसईयू) ने पुणे स्थित गैर-लाभकारी संस्था लाइटहाउस कम्युनिटी फाउंडेशन के साथ दिल्ली की मलिन बस्तियों के पास लाइटहाउस स्थापित करने के लिए एक समझौता किया है। इसका उद्देश्य युवाओं में कार्यस्थल दक्षताओं और कौशल को बढ़ावा देना है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय (डीएसईयू) ने पुणे स्थित गैर-लाभकारी संस्था लाइटहाउस कम्युनिटी फाउंडेशन के साथ दिल्ली की मलिन बस्तियों के पास लाइटहाउस स्थापित करने के लिए एक समझौता किया है। इसका उद्देश्य युवाओं में कार्यस्थल दक्षताओं और कौशल को बढ़ावा देना है, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें और अपने समुदायों की भी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सकें। दिल्ली में पहले चार लाइटहाउस कालकाजी, मलकागंज, मटिया महल और पटपड़गंज में स्थापित किए जाएंगे। समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर मंगलवार को डीएसईयू द्वारा आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में हस्ताक्षर किए गए। यह लाइटहाउस प्रोजेक्ट डीएसईयू और दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड (डूसिब) द्वारा समर्थित लाइटहाउस कम्युनिटीज फाउंडेशन के बीच एक साझा कार्यक्रम होगा।
लाइटहाउस की सहायता से कम आय वाले या स्लम समुदायों में रहने वाले युवा बेहतर रोजगार के लिए आवश्यक कौशल हासिल करने में सक्षम होंगे। लाइटहाउस सेंटर फार स्किलिंग एंड लाइवलीहुड शहरी वंचित युवाओं के लिए एक स्थायी आजीविका कार्यक्रम है।
जून 2016 में पहले लाइटहाउस की स्थापना के बाद से इस संस्था ने पुणे के वंचित समुदायों के 5500 युवाओं के लिए स्वरोजगार का इंतज़ाम किया। कार्यक्रम में विवि की कुलपति प्रो निहारिका वोहरा, लाइटाहाउस कम्युनिटीज फाउंडेशन के अध्यक्ष गणेश नटराजन और आप विधायक अतिशी मौजूद रहे।