दिल्लीः संसद भवन में तैनात सिपाही ने MBBS छात्र को दिलाई थी हेरोइन
कुलदीप कहां से हेरोइन लाता था करनाल पुलिस इस बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। ड्रग्स तस्करी के आरोप में करनाल पुलिस ने पीजीआइ रोहतक में पढ़ने वाले एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर तस्करी के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। एमबीबीएस छात्र को उसका जीजा हेरोइन उपलब्ध कराता था, जो सिपाही कुलदीप जो दिल्ली पुलिस के संसद भवन में समन सेल में तैनात है। मंगलवार को करनाल पुलिस की टीम ने दिल्ली पहुंचकर सिपाही को गिरफ्तार करने के लिए हर संभावित ठिकाने पर छापेमारी की, लेकिन वह हाथ नहीं आया।
ड्रग्स तस्करी में सिपाही के शामिल होने की घटना ने एक बार फिर दिल्ली पुलिस की छवि को तार-तार कर दिया है। जानकारी के मुताबिक संसद भवन का समन सेल दिल्ली पुलिस के सिक्योरिटी यूनिट के अंतर्गत आता है। कुलदीप के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए दिल्ली पुलिस के कई अधिकारियों से बात की गई, लेकिन उसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई।
एमबीबीएस छात्र का नाम विजय कुमार है। उसके साथ गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम किशोर कुमार व सोनू हैं। किशोर व विजय दोनों अलीपुर दिल्ली के रहने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक बीते नौ मार्च को विजय जब करोड़ों रुपये मूल्य की हेरोइन लेकर अंबाला की तरफ जा रहा था तभी करनाल पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे दबोच लिया था।
उससे पूछताछ के बाद करनाल पुलिस ने किशोर व मोनू को भी दबोच लिया था। विजय ने पूछताछ में बताया था कि उसे उसका जीजा सिपाही कुलदीप हेरोइन लाकर देता है। करनाल पुलिस ने विजय व किशोर को तो जेल भेज दिया है, किंतु मोनू को अभी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। कुलदीप कहां से हेरोइन लाता था करनाल पुलिस इस बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है।