दिल्ली में क्लस्टर बस का चालक निकला कुख्यात अपराधी, गिरफ्तार
डीसीपी उत्तरी जिला एंटो अलफोंस के मुताबिक प्रदीप ईशापुर नजफगढ़ का रहने वाला है। एक अक्टूबर की रात 11.15 बजे पीसीआर को सूचना मिली कि मेट्रो गेट नंबर तीन कश्मीरी गेट के पास किसी क्लस्टर बस ने एक राहगीर को कुचल दिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में चलने वाली रूट नंबर 753 की क्लस्टर बस का चालक प्रदीप उर्फ नागराज कुख्यात अपराधी निकला। इसके खिलाफ दिल्ली व हरियाणा के विभिन्न थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, लूटपाट, आर्म्स एक्ट व सड़क दुर्घटना में राहगीर को मार डालने के 13 मामले दर्ज हैं। डीसीपी उत्तरी जिला एंटो अलफोंस के मुताबिक प्रदीप ईशापुर, नजफगढ़ का रहने वाला है। एक अक्टूबर की रात 11.15 बजे पीसीआर को सूचना मिली कि मेट्रो गेट नंबर तीन, कश्मीरी गेट के पास किसी क्लस्टर बस ने एक राहगीर को कुचल दिया है। उनकी पहचान संजय के रूप में हुई। वह चांदनी चौक स्थित एक निजी फर्म में क्लर्क थे। पुलिस को मौके से कोई सुराग नहीं मिला।
एसीपी उमा शंकर व थानाघ्यक्ष धर्मेंद्र के नेतृत्व में एसआइ सतेंद्र सिंह की टीम ने जांच शुरू की। आसपास लगे 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की गई, लेकिन न तो कोई सुराग मिला और न ही चश्मदीद। ऐसे में घटना के समय गुजरने वाले 350 वाहन चालकों व आसपास के लोगों से पूछताछ की गई। कश्मीरी गेट बस अड्डा से चलने वाली 30 बसों की सूची तैयार कर चालकों से पूछताछ की गई। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस को पता चला कि रूट नंबर 753 क्लस्टर बस के चालक ने संजय को कुचला था। उसके बाद चालक प्रदीप की पहचान की गई। घटना के बाद चालक मौके से भाग गया था। वहां से भागने के बाद चालक ने मायापुरी में एक ट्रक को भी टक्कर मार दी थी। मायापुरी पुलिस ने बस को जब्त कर लिया था। चालक वहां से बस छोड़कर भाग गया था। छानबीन के बाद पुलिस ने मंगलवार को चालक को ईशापुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि घटना के समय उसने शराब पी रखी थी। मार्शल व परिचालक को बस से उतारने के बाद प्रदीप बस लेकर अकेले निकल गया था। बस में सवारी नहीं थी।
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