दिल्ली : रात के अंधेरे में हवा में घोल रहे थे जहर, डीपीसीसी ने रंगे हाथों धरा
डीपीसीसी की टीम को सूचना मिली कि बवाना औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर पांच में रात के समय इलेक्ट्रोप्लेटिंग की एक इकाई चलती है और हवा में जहर घोलती है। यहां एसिड (तेजाब) में ऑटो पार्ट्स को साफ किया जाता है।
नई दिल्ली, संजीव गुप्ता। प्रदूषण से जंग में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) इस बार हवा के दुश्मनों पर पैनी निगाह रखे हुए है। नाईट पेट्रोलिंग की 13 टीमें उन औद्योगिक इकाइयों की धरपकड़ में लगी हैं जो रात के अंधेरे में प्रदूषण फैला रही हैं। ऐसी ही एक कार्रवाई बृहस्पतिवार देर शाम की गई।
जानकारी के मुताबिक डीपीसीसी की टीम को सूचना मिली कि बवाना औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर पांच में रात के समय इलेक्ट्रोप्लेटिंग की एक इकाई चलती है और हवा में जहर घोलती है। यहां एसिड (तेजाब) में ऑटो पार्ट्स को साफ किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान उसी तरह से एसिड का धुआं निकलता है जैसे दाल-सब्जी में तड़का लगाने के समय निकलता है। एसिड का यह धुआं हवा में जहरीले रसायन घोलता है।
बृहस्पतिवार शाम डीपीसीसी की टीम ने जब इस फैक्ट्री पर अचानक छापा मारा, तब भी यह प्रक्रिया चल रही थी। जांच में पाया गया कि यह औद्योगिक इकाई अवैध रूप से चल रही है और उसके पास डीपीसीसी का लाइसेंस तक नहीं है। यहां तक कि तेजाब को साफ करने की भी वहां कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे कि वायु प्रदूषण को नियंत्रण में रखा जा सके।
डीपीसीसी की टीम ने पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के नियमों के तहत इस अवैध औद्योगिक इकाई को देर शाम ही सील कर दिया। साथ ही इसके बिजली- पानी का कनेक्शन काटने के लिए निजी बिजली कंपनी टीपीडीडीएल और जल बोर्ड को भी लिख दिया। डीपीसीसी के एक अधिकारी ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण फैलाने वाली बहुत सी गतिविधियां रात के अंधेरे में संचालित हो रही हैं। नाईट पेट्रोलिंग टीमें ऐसी सभी इकाइयों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही हैं।
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