घरेलू हिंसा की शिकायतों का गिरा ग्राफ, अध्यक्ष ने कहा जागरुकता के लिए उठाए जा रहे कई कदम
साल 2020 में मार्च से जून के बीच घरेलू हिंसा की 6909 शिकायतें दर्ज हुई। जो पिछले साल में इसी वक्त की तुलना में काफी कम है।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। कोरोना वायरस की महामारी के कारण देश में लॉकडाउन लागू था। इसका असर अपराध पर भी देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी महिलाओं के प्रति बढ़ती घरेलू हिंसा की शिकायतों का ग्राफ गिरा है। दिल्ली महिला आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक आयोग की हेल्पलाइन पर इस साल जून तक 34,454 कॉल आई। इसमें अधिकांश शिकायतें लॉकडाउन से जुड़ी समस्याओं से संबंधित थी। जिनमें भोजन से संबंधित पूछताछ के साथ-साथ अंतरराज्यीय पलायन की जानकारी हेतु की गई कॉल भी शामिल हैं।
पिछले साल की तुलना में मिली काफी कम शिकायतें
आयोग के मुताबिक साल 2019 में मार्च से जून की अवधि में आयोग को घरेलू हिंसा की 8188 शिकायते मिली थी। जबकि साल 2020 में मार्च से जून के बीच घरेलू हिंसा की 6909 शिकायतें दर्ज हुई। यानि इस साल घरेलू हिंसा की शिकायतें पिछले साल की तुलना में काफी कम हुई हैं।
20 हजार से अधिक लोगों को प्रदान की गई सहायता
वहीं, आयोग के मुताबिक लॉकडाउन से जुड़ी 20 हजार से अधिक ऐसे कॉल मिले हैं जिनमें शिकायतकर्ताओं को आयोग द्वारा सहायता प्रदान की गई है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में घरेलू हिंसा जैसे मामलों की रिपोर्टिंग कई गुना कम हो गई थी। लेकिन, जैसे-जैसे लॉकडाउन के बाद दिल्ली सामान्य स्थिति के की ओर बढ़ रही है, घरेलू हिंसा और अन्य मामलों की रिपोर्टिंग भी बढ़ने लगी है।
सरकार ने जागरुकता के लिए उठाए कई कदम
उन्होंने कहा कि आयोग और दिल्ली सरकार ने जागरुकता पैदा करने के लिए कई कदम उठाए हैं और महिलाओं और लड़कियों को अपनी परेशानियों को स्वतंत्र रूप से रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित भी किया है।