1500 करोड़ तक पहुंच सकता है बाइक बोट घोटाला, चालाकी से किए 600 करोड़ रुपये हजम
एसएसपी ने कहा कि अक्टूबर 2018 तक इस कंपनी ने केवल पेट्रोल बाइक लांच की थी लेकिन इसके बाद ग्राहकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए ई बाइक लांच की गई।
नोएडा, जेएनएन। वर्ष 1998 में काशीपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर चुके संजय भाटी ने वर्ष 2010 में ही गर्वित इनोवेटव प्रमोटर्स लिमिटेड (जीआइपीएल) की शुरुआत की थी। चीती गांव में सबसे पहला इसका दफ्तर बनाया गया था। वर्ष 2017 में गैंग ने बाइक बोट स्कीम पहली बार लांच की थी व उसका पहला दफ्तर नोएडा सेक्टर-15 में खुला था।
दूसरी कंपनी में डाले छह सौ करोड़ रुपये
एसएसपी वैभव कृष्ण ने शुक्रवार को बताया कि अबतक जांच में करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा होना प्रतीत हो रहा है। एसआइटी की जांच में अब तक 17 बैंक खातों का इस्तेमाल होने की जानकारी मिली है। उन सभी बैंक खातों की जांच कराई गई, लेकिन उन खाते में कोई विशेष रकम नहीं मिली। करीब छह सौ करोड़ रुपये दूसरी कंपनी में डायवर्ट करने की जानकारी एसआइटी को मिली है। बाइक कंपनी के निदेशकों ने चेक व अन्य तरीके से बड़े स्तर पर लग्जरी वाहन भी खरीदे हैं।
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