Desh Bhakti Curriculum: देशभक्ति पाठ्यक्रम की प्रथम वर्षगांठ पर छात्रों और शिक्षकों से संवाद करेंगे अरविंद केजरीवाल
Desh Bhakti Curriculum दिल्ली के सरकारी स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम लागू होने के एक साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal ) बुधवार को त्यागराज स्टेडियम में छात्रों और शिक्षकों से संवाद करेंगे।
नई दिल्ली, राज्यू ब्यूरो। Desh Bhakti Curriculum: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम लागू हुए एक साल हो चुके हैं। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी बुधवार को इसको लेकर एक आयोजन कर रही है। इसके तहत देशभक्ति पाठ्यक्रम की प्रथम वर्षगांठ पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) बुधवार को छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षकों से भी संवाद करेंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक, सीएम अरविंद केजरीवाल बुधवार को दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में शिक्षकों और छात्रों से संवाद करेंगे। इस दौरान पाठ्यक्रम के एक साल बाद पूरे होने पर इसकी विशेषताओं पर अरविंद केजरीवाल प्रकाश डालेंगे। ठीक एक साल पहले दिल्ली में देशभक्ति पाठ्यक्रम लागू किया गया था।
देशभक्ति की भावना जगाता है पाठ्यक्रम
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने देशभक्ति पाठ्यक्रम' को तीन उद्देश्यों के साथ तैयार किया गया है, जिसके तहत बच्चों के मन में देश के प्रति प्यार सम्मान और गर्व की भावना जगे। इसके साथ ही बच्चों के मन में देश के प्रति जिम्मेदारी को बढ़े और बच्चों के मन में देश के प्रति त्याग की भावना और त्याग करने वालों के प्रति सम्मान की भावना का विकास हो।
45 मिनट में पढ़ाया जाता है देशभक्ति का पाठ
देशभक्ति पाठ्यक्रम में 45 मिनट की क्लास की शुरुआत देशभक्ति ध्यान से होती है। 45 मिनट के दौरान चुनिंदा पांच देशभक्तों को याद करके उनका आभार व्यक्त किया जाता है। इसके अलावा, देशभक्ति डायरी के तहत छात्र-छात्राओं को एक डायरी बनानी होती है। इस डायरी में छात्र-छात्राएं अपने व्यक्तिगत विचार और भावनाओं को लिखते हैं। इसमें देश भक्ति पाठ्यक्रम के दौरान कराई गई गतिविधियों और चर्चाओं से संबंधित अपने अनुभव भी लिखते हैं।
पाठ्यक्रम के तहत छठवीं से आठवीं तक की कक्षाओं के लिए ‘फ्लैग डे एक्टिविटी’ होती है। इसके जरिए छात्र-छात्राओं को यह समझाने की कोशिश होगी कि वह अपने तिरंगे को किस आचरण से खुश या दुखी करते हैं। फ्लैग डे गतिविधि की शुरुआत के पहले दिन बच्चे स्वयं से तिरंगा झंडा बनाकर करते हैं।