पिछले 11 साल से दिल्ली में रह रहा यह परिवार अब जाएगा पाकिस्तान, जानिये- वजह
जाफराबाद के चौहान बांगर में अवैध रूप से रह रही पाकिस्तानी महिला अमीना बेगम (50) और उसके परिवार को पुलिस ने पाकिस्तान भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद के चौहान बांगर में अवैध रूप से रह रही पाकिस्तानी महिला अमीना बेगम (50) और उसके परिवार को पुलिस ने पाकिस्तान भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत पुलिस ने शुक्रवार को महिला की दो विवाहिता बेटियों उज्मा (28) और आसमा (30) को भी गिरफ्तार कर लिया। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले गत 20 नवंबर को पुलिस ने अमीना बेगम और उसके दो बेटों उमर दराज (25) व वकास (22) को गिरफ्तार किया था। ये तीनों न्यायिक हिरासत में मंडोली जेल में हैं।
पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर का कहना है कि इन पांचों को उनके देश पाकिस्तान भेजने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हालांकि उज्मा और आसमा के पति इस मामले को कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अमीना बेगम जाफराबाद इलाके में ही पैदा हुई, लेकिन मां ने उनकी शादी 19 अप्रैल 1984 को लाहौर (पाकिस्तान) में रहने वाले अपने बड़े भाई के बेटे मोहम्मद नफीस से करवा दी।
शादी के बाद वह कई बार परिजनों से भारत मिलने आईं। 1996 के आसपास अमीना के पति की पाकिस्तान में सड़क हादसे में मौत हो गई। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया, इसलिए अमीना 90 दिन का वीजा लेकर 1997 में दो बेटियों आसमा, उज्मा और दो बेटों उमर दराज व वकास को लेकर चौहान बांगर में अपने परिजनों के पास आ गई। बाद में उनका वीजा दस साल के लिए बढ़ गया।
2007 में वीजा अवधि समाप्त हो गई। इसके बाद न तो अमीना ने इसकी अवधि बढ़वाई और न नागरिकता हासिल की। इस बीच बच्चे बड़े हो गए और अमीना ने उनकी यहीं पर शादी भी कर दी। इस बीच अमीना का अपने भाइयों के साथ संपत्ति विवाद हो गया, जिसमें यह बात सामने आई की अमीना यहां अवैध रूप से रह रही हैं। इसके बाद 20 नवंबर को पुलिस ने अमीना और उसके दो बेटों को गिरफ्तार कर लिया।
उधर, जनता कॉलोनी में उज्मा अपने पति साजिद और जाफराबाद में आसमा पति सरफराज के साथ रह रही थीं। पुलिस ने दोनों से दस्तावेज पेश करने को कहा, लेकिन वह इसमें असफल रहे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
उज्मा के पति साजिद का कहना है कि हम लोग कम पढ़े-लिखे हैं। इन सब चीजों की जानकारी नहीं है। उनकी सास जेल में हैं। ऐसे में कौन कौन से कागजात हैं, इसकी जानकारी भी उन्हें ही है। उन्होंने कहा कि उज्मा या आसमा ने कोई गलती नहीं की है और न ही वे कहीं छिपे हुए थे। ये सब अनजाने में हुआ है। उन्होंने बताया कि उनके ढाई से पांच साल के तीन बच्चे हैं। इनका पालन-पोषण अब कैसे होगा? वह और सरफराज वकीलों से बातचीत कर रहे हैं।