ऊर्जा विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग शुरू करेगा आइआइटी दिल्ली
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली(आइआइटी दिल्ली) बहुत जल्द ऊर्जा विज्ञान एवं इंजीनियरिंग (सीएसई) विभाग शुरू करेगा। नए विभाग में ही 45 वर्षीय पुराना सेंटर फार एनर्जी विभाग समायोजित किया जाएगा। इसकी मंजूरी आइआइटी प्रशासन ने दे दी है ।
नई दिल्ली, संजीव कुमार मिश्र। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली(आइआइटी दिल्ली) बहुत जल्द ऊर्जा विज्ञान एवं इंजीनियरिंग (सीएसई) विभाग शुरू करेगा। नए विभाग में ही 45 वर्षीय पुराना सेंटर फार एनर्जी विभाग समायोजित किया जाएगा। इसकी मंजूरी आइआइटी प्रशासन ने दे दी है।
ऊर्जा क्षेत्र में अध्ययन समेत शोध को बढ़ावा देगा नया विभाग
नया विभाग ऊर्जा क्षेत्र में अध्ययन समेत शोध को बढ़ावा देगा। विभाग ऊर्जा क्षेत्र की भविष्य की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए मानव संसाधन तैयार करेगा। इसके लिए कई नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। अन्य संस्थानों की भी मदद ली जाएगी। नए विभाग के तहत पहले से संचालित तीन एमटेक पाठ्यक्रम पूर्ववत जारी रहेंगे। जबकि स्नातक स्तर पर एक नया पाठ्यक्रम बीटेक इन एनर्जी इंजीनियरिंग शुरू किया जाएगा। जिसमें इसी साल से दाखिले की प्रक्रिया शुरू होगी।
कुल 40 सीटें
आइआइटी प्रशासन ने बताया कि बीटेक इन एनर्जी इंजीनियरिंग में कुल 40 सीटें होंगी। जेईई एडवांस निकालने वाले छात्रों को ही दाखिला दिया जाएगा। सीएसई के विभागाध्यक्ष ए के सुब्रम्हण्यम ने बताया कि ऊर्जा क्षेत्र की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए नया पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। भविष्य की जरुरतों के लिए मानव संसाधन तैयार करना आवश्यक है।
इधर, लॉकडाउन के चलते एम्स व सफदरजंग अस्पताल में इलाज करवाने आए मरीजों के तीमारदारों को भोजन की समस्याओं का सामना करना पड़ता है । ऐसे में कई युवा इस लड़ाई में अपनी क्षमता के साथ जनता की सेवा में लगे हुए है। दक्षिणी दिल्ली के युवा समाजसेवी अली मेंहदी व शान रिजवी की टीम भी पिछले 25 दिनों से जनता को जरूरत का सामान और खाना मुहैया करवा रही है। टीम खाने और पानी की व्यवस्था में दिन रात काम कर रही है। टीम के सदस्य आलोक गुप्ता, हुसैन अंजुम लोगों भी लोगों की मदद कर रहे हैं। शान रिजवी ने बताया की रोजाना करीब 500 लोगों को भोजन का वितरण किया जाता है।