चिंता : प्रदूषण से ठंड हुई कम तो बढ़ गया डेंगू का प्रकोप, टूट सकता है तीन सालों का रिकॉर्ड
वातावरण मच्छरों के प्रजनन के अनुकूल बना हुआ है। चिकित्सकों का कहना है कि पिछले माह हुई बरसात की वजह से भी मच्छरों का प्रजनन बढ़ा होगा।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। नवंबर में अब कुछ ही दिन बाकी है लेकिन मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप कम नहीं हो रहा। डेंगू मरीजों के मामले में तो हालत यह है कि पिछले तीन सालों का रिकॉर्ड टूट सकता है। नवंबर में अभी 17 तारीख को ही डेंगू मरीजों का आकड़ा 551 तक जा पहुंचा था।
निगम के मुताबिक, नवंबर में हर सप्ताह औसतन 275 नए मरीज सामने आ रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो इस माह यह आकड़ा एक हजार के करीब पहुंचा सकता है। अगर इस माह एक हजार नए मरीज सामने आते हैं तो वर्ष 2015 के नवंबर का रिकॉर्ड भी टूट जाएगा, जब वर्ष भर में डेंगू के सर्वाधिक 15867 मरीज सामने आए थे।
सर्दी कम पड़ना है प्रमुख वजह
विशेषज्ञों के अनुसार, इस वर्ष नवंबर में पिछले वर्ष के मुकाबले कम ठंड है। इस वजह से अभी भी वातावरण मच्छरों के प्रजनन के अनुकूल बना हुआ है। चिकित्सकों का कहना है कि पिछले माह हुई बरसात की वजह से भी मच्छरों का प्रजनन बढ़ा होगा, जिसकी वजह से नवंबर में मच्छरजनित बीमारियों से होने वाले मरीज काफी संख्या में सामने आए हैं। चिकित्सकों का कहना है कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, वैसे-वैसे मच्छरों का प्रजनन कम होता जाएगा। ठंड में डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छर ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह पाते हैं।
डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों के आंकड़े
वर्ष -डेंगू-मलेरिया-चिकनगुनिया
2013-5574-514-18
2014-995-201-8
2015-15867-359-64
2016-4431-454-7760
2017-4726-577-559
2018-2146-450-150 (इस वर्ष 17 नवंबर तक के आकड़े)
नवंबर में डेंगू मरीजों के आंकड़े
2013-889
2014-444
2015-841
2016-655
2017-816
2018-551 (17 नवंबर तक) 2017 में अब तक की स्थिति
- 227818 घरों में पाया गया मच्छरों का लार्वा
-181970 लोगों के खिलाफ निगमों ने कानूनी नोटिस जारी किया
- 25731 लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई
इस वर्ष इन इलाकों में डेंगू के इतने मरीज आए सामने
क्षेत्र मरीज
दक्षिणी दिल्ली 230
पूर्वी दिल्ली 159
उत्तरी दिल्ली 88
एनडीएमसी 95
दिल्ली कैंट 117
रेलवे 9
जिनके पते की पुष्टि नहीं हुई 1448