Delhi News: वर्षा से बिजली की मांग में आई कमी, जानिए कितनी मेगावाट रही डिमांड
उमस भरी गर्मी से बिजली की मांग बढ़ रही थी। मंगलवार के बाद बुधवार को बिजली की अधिकतम मांग का रिकार्ड टूटने से बिजली वितरण कंपनियों (डिस्काम) की चिंता बढ़ गई थी। उनके लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति बड़ी चुनौती है।
By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 30 Jun 2022 10:57 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2022 11:09 PM (IST)
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। बृहस्पतिवार को हुई वर्षा से बिजली वितरण कंपनियों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि मौसम बदलने से बिजली की मांग में भारी कमी हुई है। पिछले कुछ दिनों से बिजली की खपत बढ़ रही थी। पहले बुधवार को अपराह्वन मांग 7695 मेगवाट तक पहुंच गई थी। वहीं, बृहस्पतिवार को अधिकतम मांग पांच हजार मेगावाट के आसपास रही।
उमस भरी गर्मी से बढ़ रही थी बिजली की मांग
उमस भरी गर्मी से बिजली की मांग बढ़ रही थी। मंगलवार के बाद बुधवार को बिजली की अधिकतम मांग का रिकार्ड टूटने से बिजली वितरण कंपनियों (डिस्काम) की चिंता बढ़ गई थी। उनके लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति बड़ी चुनौती है।
नेटवर्क में खराबी भी बन रही थी समस्या
पर्याप्त बिजली की व्यवस्था करने के साथ ही नेटवर्क में आने वाली खराबी की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। बिजली अधिकारियों का कहना है कि लोड बढ़ने से ट्रांसफार्मर में खराबी व ट्रिपिंग की समस्या बढ़ जाती है जिसे ठीक करने में समय लगता है। घनी आबादी वाले क्षेत्र में यह समस्या ज्यादा आती है। फिलहाल बारिश होने से इसमें राहत मिल गई है।
जुलाई में बढ़ जाती है डिमांड
बृहस्पतिवार को सुबह से ही मांग कम थी। बुधवार को न्यूनतम मांग सुबह के समय 4851 मेगावाट दर्ज हुई थी। बृहस्पतिवार सुबह यह कम होकर 4447 मेगावाट थी। दिन में भी पिछले दिनों की तुलना में बहुत कम मांग रही। दोपहर के समय छह हजार मेगावाट से ऊपर मांग रह रही थी। बिजली अधिकारियों का कहना है कि जुलाई में मांग बढ़ने की संभावना रहती है। इसे ध्यान में रखकर जरूरी तैयारी की गई है।
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