सिख दंगों को लेकर ढींगरा कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई की मांग
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि ढींगरा कमेटी की रिपोर्ट पर सरकार को एक्शन लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिख लगभग 37 वर्षों से इंसाफ के लिए भटक रहे हैं।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। 1984के सिख विरोधी दंगों से संबंधित मामलों की जांच करने वाली ढींगरा कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई के लिए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में जमा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया जाए। इसके साथ ही रिपोर्ट में जिस अदृश्य व्यक्ति के इशारे पर सिखों के साथ अन्याय करने की बात है उसका नाम सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
सिख 37 साल से इंसाफ के लिए भटक रहे
उन्होंने कहा कि सिख लगभग 37 वर्षों से इंसाफ के लिए भटक रहे हैं। नरेन्द्र मोदी सरकार आने के बाद जांच में तेजी आई और कई लोगों को सजा मिली है। दंगों से संबंधित कई मामलों की सही तरह से जांच नहीं हुई थी। इस तरह के 186 मामलों की जांच के लिए ढींगरा कमेटी गठित की गई थी। कमेटी ने वर्ष 2018 के शुरू में अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी थी। केंद्र सरकार ने भी इस रिपोर्ट को स्वीकार किया था। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट पर कार्रवाई के लिए उन्होंने 18 जून, 2020 को गृहमंत्री को पत्र लिखा था। उसके अगले माह गृह मंत्रालय ने उन्हें लिखित जानकारी दी थी कि उनका पत्र संबंधित अधिकारियों को भेज दिया गया है। उसके बाद वह सिख दंगों की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल के प्रमुख अनुराग कुमार से मुलाकात की थी और उन्होंने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
कोरोना के कारण रिपोर्ट में हुई देरी
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई में देरी हुई और पीड़ित सिख परिवार इंसाफ के इंतजार में हैं, इसलिए उन्होंने फिर से गृह मंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में कहा गया है कि सिख विरोधी दंगे व उसकी जांच को लेकर प्रशासन, पुलिस व न्यायपालिका की भूमिका सही नहीं रही है और यह सब एक अदृश्य व्यक्ति के इशारे पर हुआ है। उन्होंने कहा कि सिख विरोधी दंगे के लिए जिम्मेदार उस अदृश्य व्यक्ति का नाम सामने आना चाहिए।