Delhi: सजा पूरी कर चुके कैदियों की रिहाई पर आज निर्णय लेगा सेंटेंस रिव्यू बोर्ड
बोर्ड सदस्यों की सहमति के बाद ही कैदियों की रिहाई संबंधी फाइल को उपराज्यपाल अनिल बैजल को भेजा जाएगा जिस पर वह अंतिम निर्णय लेंगे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की विभिन्न जेलों में कई वर्षों से बंद तकरीबन 159 कैदियों की रिहाई पर सेंटेंस रिव्यू बोर्ड (Sentence Review Board) बुधवार को हुई बैठक में कोई फैसला नहीं ले पाया। बताया जा रहा है कि करीब 80 कैदियों की फाइल पर बोर्ड के सदस्यों ने केवल चर्चा की, जबकि शेष कैदियों पर बृहस्पतिवार को चर्चा की जाएगी। इसके बाद बोर्ड यह निर्णय लेगा कि कितने कैदियों को जेल से रिहा किया जाए।
बोर्ड सदस्यों की सहमति के बाद ही कैदियों की रिहाई संबंधी फाइल को उपराज्यपाल अनिल बैजल को भेजा जाएगा, जिस पर वह अंतिम निर्णय लेंगे। दिल्ली सरकार के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सेंटेंस रिव्यू बोर्ड की बैठक में कुल कैदियों में से करीब 80 कैदियों की फाइल को देखा गया। इस दौरान जेल अधिकारियों से इन कैदियों के आचरण व पूरी गतिविधियों की जानकारी लेकर विचार-विमर्श किया गया। बृहस्पतिवार को फिर एसआरबी की बैठक होगी, जिसमें अन्य कैदियों पर चर्चा की जाएगी।
गौरतलब है कि दिल्ली की तीनों जेलों में बंद करीब 159 कैदियों का नाम रिहाई के लिए एसआरबी की बैठक में गया हुआ है। इनमें से ज्यादातर कैदी अपनी सजा काट चुके हैं। इससे पहले एसआरबी की बैठक लॉकडाउन के दौरान 11 मई को हुई थी, जिसमें मनु शर्मा समेत 19 कैदियों को छोड़ दिया गया था।
बता दें कि मॉडल जेसिका लाल मर्डर में सजा काट रहे मनु शर्मा की याचिका कई बार बोर्ड खारिज कर चुका था, आखिरकार उसकी अब जाकर रिहाई हुई है। वहीं, अन्य मामले में नैना साहनी हत्याकांड में सजा काट रहे मुकेश शर्मा काफी पहले दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर रिहा हो चुके हैं। मुकेश ने भी कई बार बोर्ड से गुहार लगाई, लेकिन कोई राहत मिली है। इसी तरह प्रियदर्शिनी हत्याकांड में दोषी भी कई बार बोर्ड से गुहार लगा चुका है, लेकिन उसे भी राहत नहीं मिली है।