प्रवासी मजदूरों के पलायन पर दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय ने जताई चिंता
श्रम मंत्री गोपाल राय ने लॉकडाउन-3 के दौरान प्रवासी श्रमिकों के पलायन पर हो रही दिक्कतों पर चिंता व्यक्त की है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय ने लॉकडाउन-3 के दौरान प्रवासी श्रमिकों के पलायन पर हो रही दिक्कतों पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि 20 लाख करोड़ का पैकेज देने का एलान करने भर से काम नहीं चलेगा। सभी श्रमिकों के खर्च को सिर्फ केंद्र सरकार वहन कर ले तो सारी दिक्कतें खत्म हो जाएंगी।
श्रम मंत्री ने कहा कि श्रमिकों के खर्च की बात पर चल रहा है कि इनका किराया यह राज्य देगा वह राज्य देगा, लेकिन दिल्ली से जाने वाले श्रमिकों का किराया दिल्ली सरकार वहन कर रही है और आगे भी करेगी। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजने के मामले में केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए सिस्टम को और भी व्यावहारिक बनाना चाहिए था।
विशेष ट्रेनों से 13 हजार यात्री हुए रवाना
वहीं नई दिल्ली से शनिवार को मडगांव, रांची, बिलासपुर, डिब्रुगढ़, हावड़ा, मुंबई सेंट्रल, भुवनेश्वर, राजेंद्र नगर, साबरमती, जम्मूतवी और बेंगलुरु के लिए विशेष ट्रेन रवाना हुई। इन 11 ट्रेनों से लगभग 13 हजार यात्रियों ने सफर किया। वहीं, अलग-अलग शहरों से यात्रियों को लेकर 9 ट्रेनें दिल्ली पहुंची। प्रत्येक यात्री की प्लेटफॉर्म से बाहर आने के बाद थर्मल स्कैनिंग की गई। उन्हें शरीर का तापमान सही रहने पर ही स्टेशन परिसर से बाहर निकलने दिया गया। इसके बाद कुछ यात्री दिल्ली परिवहन निगम की बसों से अपने गंतव्य तक पहुंच गए लेकिन जिनके पास अपना वाहन नहीं था व जिन्हें दिल्ली से बाहर जाना था, वह शनिवार को भी भटकते रहे।
राज्य सरकार के पास घर लौटने के लिए आवेदन करने वाले मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच करने के बाद उन्हें ट्रेन से सफर करने की अनुमति दी जा रही है। स्वास्थ्य जांच के लिए कई स्कूलों में व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें बसों में बैठाकर रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया जा रहा है। पुरानी दिल्ली से तिरुच्चिरापल्लि, बनारस, पुने, बनारस, गोरखपुर, पटना व मुजफ्फरपुर के लिए शनिवार को ट्रेन रवाना हुई। बनारस वाली ट्रेन में मात्र 513 यात्री सवार थे।