Delhi: रामलीला मंचन के लिए तैयार है यमुनापार, दो साल बाद लग रहा मेला; लजीज व्यंजन का लुत्फ ले सकेंगे
Delhi Ramlila रामलीला मंचन के लिए यमुनापार तैयार है। समितियों ने रविवार को रामलीला मंच को अंतिम रूप दिया। कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्ष के लंबे इंतजार के बाद इस बार बिना किसी पाबंदी के रामलीला आयोजन हो रहे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। रामलीला मंचन के लिए यमुनापार तैयार है। समितियों ने रविवार को रामलीला मंच को अंतिम रूप दिया। कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्ष के लंबे इंतजार के बाद इस बार बिना किसी पाबंदी के रामलीला आयोजन हो रहे हैं। लोग अपने परिवार के साथ रामलीला का आनंद लेने के साथ ही झूले व लजीज व्यंजन का लुत्फ भी ले सकेंगे। पिछले दिन से लगातार वर्षा हो रही थी, रविवार को वर्षा थमने पर समितियों ने रामलीला ग्राउंड में भरे हुए पानी को निकाला।
बाबरपुर बस टर्मिनल पर होने वाली श्री आजाद रामलीला कला केंद्र समिति के संगठन अध्यक्ष बिरेंद्र खंडेलवाल ने बताया कि तीन दिन से हो रही वर्षा की वजह से मंच तैयार करने में काफी परेशानी हुई। रविवार को पूरा दिन वर्षा नहीं हुई, जिस वजह से कर्मचारियों ने तेजी से मंच को तैयार कर उसपर लाइटें लगाईं। दर्शकों को किसी तरह की परेशानी न हो, समिति इसका पूरा ध्यान रख रही है।
गणेश वंदना के बाद शुरू होगी रामलीला
सोमवार को गणेश वंदना के साथ तय समय पर लीला का मंचन होगा। शास्त्री पार्क में होने वाली विष्णु अवतार रामलीला कमेटी के महामंत्री दिवाकर पांडेय ने कहा कि लीला के लिए मंच तैयार हो गया है, ग्राउंड में वर्षा के भरे पानी को निकाल दिया गया है।
रामलीला स्थल के पास ही मेला भी लगाया गया है, जहां पर लोग परिवार के साथ मनोरंजन कर सकते हैं। छोटे से लेकर बड़े व्यक्तियों के लिए भी झूले लगाएं हैं। सीबीडी ग्राउंड में होने वाली रामलीलाओं में भी मेले की व्यवस्था है।
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स्कूल में देखिए एक दिन में पूरी रामलीला
डिफेंस एन्क्लेव स्थित बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक दिन में पूरी रामलीला का मंचन होगा। इसमें स्कूल के 560 बच्चे भाग ले रहे हैं। स्कूल की प्रधानाचार्य संतोष आहूजा ने बताया कि रामलीला का मंचन पिछले 21 वर्षों से हो रहा है। रामलीला का मुख्य उद्देश्य छात्रों को बेहतर मनुष्य व संस्कारी बनाना है। रामलीला में श्रवण कुमार, भरत कुमार, श्रीराम की भूमिका बेहद मार्मिक है।
उप प्रधानाचार्य योगेश अरोड़ा ने बताया कि बताया कि कार्यक्रम के तीन भाग है। पहला कार्यक्रम रामचरित्र मानस नवाह्न परायण है, जो 26 सितंबर से चार अक्टूबर के बीच सुबह छह बजे से सुबह साढ़े आठ बजे तक होगा। रोज शाम को छह बजे से 06.45 बजे तक राम कथा होगी।
तीसरे कार्यक्रम के रूप में रामलीला मंचन व दशहरा महोत्सव है जो 29 सितंबर से पांच अक्टूबर तक शाम 6.45 बजे से 9.30 बजे तक होगी। इसका उद्देश्य स्कूल के छात्रों में भारतीय दर्शन और सामाजिक संस्कार पिरोना है, ताकि वे समाज के बेहतर नागरिक बन सके। उन्होंने बताया कि इस रामलीला की तैयारी पांच महीने पहले शुरू कर दी गई थी, स्कूल के शिक्षक, शिक्षिकाएं ही बच्चों को तैयार करते हैं।