Delhi Violence: उपद्रवियों ने रौंद डाली मानवता की श्रृंखला, कर दिया सब कुछ तबाह
Delhi Violence विकल्प ने बताया कि आग लगाने से पहले उपद्रवियों ने दुकान में लूटपाट की थी। हाथ में लाठी डंडे सरिया और पेट्रोल बम लेकर पहुंचे उपद्रवियों ने दुकान में आग लगा दी।
नई दिल्ली [विनीत त्रिपाठी]। दिल्ली हिंसा के बीच लोगों ने अमन और भाईचारे के डोर को थामे रहने की हरसंभव कोशिश की। कई जगहों पर जहां भाईचारे की इसी डोर ने कई जिंदगियों व घरों को उपद्रवियों का निशाना होने बचा लिया। चांदबाग पुलिया स्थित बन्नी बेकरी को 24 फरवरी से 25 फरवरी की शाम तक एकजुट हुए दोनों पक्ष के लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर उपद्रवियों से बचाए भी रखा, लेकिन उपद्रवियों के खतरनाक मंसूबों के आगे मानव श्रृंखला ज्यादा देर तक टिक नहीं पाई।
पश्चिम विहार निवासी ज्ञानेंद्र कुमार बताते हैं कि 25 फरवरी की दोपहर दोबारा से माहौल खराब हो गया। चांदबाग में मौजूद सुरक्षाकर्मी किसी की मदद करने को तैयार नहीं थे। माहौल ज्यादा खराब हुआ तो पुलिस मौके से चली गई।
ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि इसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए और जमकर पथराव हुआ। इसके बाद आगजनी शुरू हो गई। चांदबाग पुलिय पर बन्नी बेकरी नाम से मेरी दुकान है। उपद्रवी मेरी आग जलाने के लिए आगे बढ़े तो दूसरे पक्ष के लोग हमारे साथ आ गए दुकान के सामने मानव श्रृंखला बनाकर खड़े हो गए। करीब एक घंटे तक ऐसा चलता रहा और सामने की तरफ भीड़ बढ़ती गई।
उपद्रवियों ने इसी बीच ज्ञानेंद्र के बेटे विकल्प पर लाठी से हमला कर दिया। इस पर दूसरे पक्ष के लोगों ने हमें घेर लिया और सुरक्षित स्थान पर ले गए तब जाकर हमारी जान बच सकी। हाथ में लाठी, डंडे, सरिया और पेट्रोल बम लेकर पहुंचे उपद्रवियों ने हमारी दुकान में आग लगा दी। ज्ञानेंद्र के बेटे विकल्प ने बताया कि पहले दुकान के एक फर्नीचर में आग लगी थी। वह अपने भाई के साथ मिलकर आग को बुझाने पहुंचा तो कुछ ही देर में सामने से एक उपद्रवियों ने एक पेट्रोल बम दोबारा दुकान में फेंक दिया। इससे दोबारा दुकान में आग लग गई और हमारी आंखों के सामने ही दुकान जलकर खाक हो गई।
पत्थर भरने के लिए उठा ले गए फ्रिज
विकल्प ने बताया कि आग लगाने से पहले उपद्रवियों ने दुकान में लूटपाट की थी। इस दौरान वह दुकान के अंदर रखी दो फ्रिज को पहिए के साथ ले गए और उसमें जगह-जगह से पत्थर भरकर रख रहे थे। इसे बाद इसी फ्रिज में रखे पत्थर से पथराव कर रहे थे।