Delhi Violence: दंगे में 12 लोगों ने दो दिनों में की थी नौ हत्याएं, पुलिस की चार्जशीट में हुआ खुलासा
क्राइम ब्रांच ने दंगे की चार्जशीट में घटना का सिलसिलेवार उल्लेख किया है।चार्जशीट के मुताबिक दंगाइयों ने सभी हत्या को अंजाम 25 फरवरी की दोपहर से 26 फरवरी की आधी रात के बीच दिया था।
नई दिल्ली (संतोष शर्मा)। उत्तर पूर्वी जिले में गत दिनों हुए दंगे के दौरान 12 लोगों ने दो दिनों में नौ लोगों की हत्याएं की थी। व्हाट्स ऐप ग्रुप बना आरोपित जुटे थे। क्राइम ब्रांच ने 12 में से नौ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। क्राइम ब्रांच ने दंगे की चार्जशीट में घटना का सिलसिलेवार उल्लेख किया है। चार्जशीट के मुताबिक दंगाइयों ने सभी हत्या को अंजाम 25 फरवरी की दोपहर से 26 फरवरी की आधी रात के बीच दिया था।
दंगे के दौरान हुई थी भारी हिंसा
दंगे में उत्तर पूर्वी जिला स्थित जल बोर्ड पुलिया से भागीरथी विहार और गंगा विहार के बीच नौ लोगों की हत्या की गई थी। पुलिस जांच के मुताबिक दंगे के दौरान जिले में भारी हिंसा हुई थी। आपस में संपर्क के लिए लोगों के एक समूह ने व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाया था। इसका एडमिन ऋतिक था और इससे लोकेश सोलंकी सहित अन्य कई कट्टर लोग जुड़े हुए थे। वे 36 घंटे के दौरान इलाके में कत्लेआम मचाते रहे थे। जो भी इलाके से गुजर रहा था दंगाई उसकी पहचान कर बेस बॉल स्टीक और डंडे से बुरी तरह पिटाई कर मरने के बाद उनके शव को बगल में स्थित नाले में फेंक दे रहे थे।
125 लोग जुड़े थे ग्रुप में
25 फरवरी की दोपहर 12.49 बजे व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाया गया था। इसमें कुल 125 लोगों को जोड़ा गया था। लेकिन बाद में 47 लोग ग्रुप से बाहर निकल गए थे। चार्जशीट में पुलिस ने तथ्यों का जिक्र किया है कि पहली हत्या दंगाइयों ने 25 फरवरी को दोपहर बाद 4.30 बजे की थी।
काट दी थी इलाके की बिजली
उन्होंने स्कूटर पर जा रहे एक शख्स की हत्या कर उसके स्कूटर को आग के हवाले कर दिया था। बाद में शाम सात बजे फुटपाथ से गुजर रहे अन्य व्यक्ति की हत्या दंगाइयों द्वारा की गई थी। इसके एक घंटे बाद दंगाइयों ने इलाके की बिजली काट दी थी। इसके बाद में अंधेरे का फायदा उठाकर उन्होंने मुशरफ के घर पर धावा बोल दिया था।
ऐसे मचाते चले गए थे कत्ले आम
भीड़ ने पीड़ित को घर से घसीटकर बाहर निकाला और हत्या के बाद शव को नाले में फेंक दिया था। चौथी हत्या नौ बजे सी ब्लाक में अमिन नाम के निवासी की गई थी। वह ब्रिजपुरी पुलिया की ओर से आ रहे थे। दूसरे दिन 26 फरवरी की सुबह 10.30 बजे भूरे नाम के व्यक्ति की हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया गया था। इसी प्रकार से उसी दिन रात 9.15 बजे मुस्तफाबाद की ओर से आ रहे हमजा नाम के शख्स को भी दंगाइयों ने मार दिया था। इसके आधे घंटे बाद अकिल दंगाइयों का सांतवा शिकार बने। वहीं, अंत में दंगाइयों ने दो संगे भाइ हशिम अली और आमिर की हत्या कर दी थी।