Delhi Violence: यहां पर रात में नहीं दिन में भी पसरा रहता है सन्नाटा, घरों पर लगे हैं ताले
Delhi Violence दिन में जो लोग शिव विहार की इन गलियों में आ रहे हैं वे भी रात में रुकने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
नई दिल्ली [लोकेश चौहान]। हिंसा की आग से झुलसी उत्तर पूर्वी दिल्ली को एक सप्ताह से अधिक का समय हो चुकी है, स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, लेकिन शिव विहार में अभी भी कई गलियां ऐसी हैं, जहां लोगों के घरों में ताले लगे हुए हैं। हालत यह है कि दिन में यहां इक्का-दुक्का लोग दिखाई देते हैं, लेकिन रात में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहता है।
सुरक्षा बलों के अलावा इन गलियों में दूर-दूर तक कोई दिखाई ही नहीं देता है। जिन गलियों में मकानों में लाइन से ताले लगे हैं, उनमें से अधिकांश मकानों को आग के हवाले किया गया है। यहां दोनों समुदायों के लोगों के मकान हैं। लोगों में इतना डर है कि वे अब तक अपने मकानों को देखने तक के लिए नहीं आए हैं, वहीं किराएदार दिल्ली के दूसरे इलाकों में जाकर रहने लगे हैं।
दिन के समय इक्का-दुक्का लोग आग में जले मकानों को देखने के लिए आ रहे हैं, लेकिन दंगाईयों की दहशत इस कदर मन में बैठ चुकी है कि लोग अभी यहां रहने को तैयार नहीं हैं। जो मकान बचे हुए हैं, उनमें रहने वाले लोग भी अभी तक वापस नहीं लौटे हैं। इन गलियों में मिलने वाले इक्का-दुक्का लोग बताते हैं कि दंगाईयों ने जमकर आतंक मचाया है। दिन में जो लोग शिव विहार की इन गलियों में आ रहे हैं, वे भी रात में रुकने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
रात में लोग अभी भी अपने रिश्तेदारों के घरों में ही आश्रय लिए हुए हैं। सबसे बड़ी बात लोगों के सामने सुरक्षा की होने के साथ जले हुए मकानों को फिर से घर बनाने की है। जो घर पूरी तरह से जले हैं, उनके अंदर से बदबू भी आ रही है। ऐसे में इन मकानों को फिर से घर बनाना और सूनसान पड़ी गलियों में वापस लोगों की चहलकदमी में अभी कुछ समय और लगेगा।
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