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शाहरुख: दिल्‍ली हिंसा का बड़ा चेहरा, जानें गोली चलाने से लेकर पकड़े जाने तक की पूरी कहानी

दिल्‍ली पुलिस ने हिंसा का चेहरा बने शाहरुख को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। शाहरुख की तलाश में बीते एक सप्‍ताह से पुलिस कई जगहों पर दबिश दे रही थी।

By Kamal VermaEdited By: Published: Tue, 03 Mar 2020 01:31 PM (IST)Updated: Tue, 03 Mar 2020 04:42 PM (IST)
शाहरुख: दिल्‍ली हिंसा का बड़ा चेहरा, जानें गोली चलाने से लेकर पकड़े जाने तक की पूरी कहानी
शाहरुख: दिल्‍ली हिंसा का बड़ा चेहरा, जानें गोली चलाने से लेकर पकड़े जाने तक की पूरी कहानी

नई दिल्‍ली। पूर्वी दिल्‍ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर मचे बवाल में एक सप्‍ताह पहले जो एक खौफनाक चेहरा सामने आया था उसका नाम था 'शाहरुख'। फिल्‍मी तर्ज पर जाफराबाद इलाके की सड़क पर इस शख्‍स को भीड़ पर गोली चलाते कई लोगों ने देखा था। हाथों में डंडा लिए एक पुलिसकर्मी के सामने तमंचा ताने खड़े शाहरुख की फोटो हर अखबार के पहले पन्‍ने पर छपी थी। भीड़ में शाहरुख वो चेहरा था जिसने इस बवाल का वो सच लोगों के सामने रखा जिसको लेकर वो पहले अंजान थे। आपकोोबता दें कि यहां पर हुई हिंसा में अब तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां पर हिंसा इतने बड़े पैमाने पर हुई कि कुछ लोगों की जीवनभर की जमापूंजी भी खाक हो गई। इसकी वजह से कारोबार तो ठप हुआ ही बल्कि मानवता भी शर्मसार हुई। हालांकि इस हिंसा के माहौल में भी कुछ लोगों ने मानवता को बचाते हुए लोगों की जान बचाई और अपने घरों में पनाह दी

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डंडे के बल पर शाहरुख को रोकने वाले थे दहिया 

जिस पुलिसकर्मी ने शाहरुख को रोका था उनका नाम दीपक दहिया था। दहिया ने बताया कि वह उनकी तरफ आ रहा था। उन्‍होंने उसको डंडा दिखाकर डराने की कोशिश की जिससे वह कुछ समय के लिए घबरा गया और विपरीत सड़क की तरफ फायरिंग करने लगा। फायरिंग करते समय ही वह वहां से भाग खड़ा हुआ।

ड्रग्‍स कारोबारी रहा है पिता, काट चुका है जेल  

22 वर्षीय शाहरुख मूलरूप से पंजाब का रहने वाला है। उसका पिता साबिर राणा ड्रग्स तस्कर रहा है। वह दिल्‍ली, पंजाब और यूपी में हेरोइन समेत दूसरे नशीले पदार्थों की तस्‍करी करता था। इसमें उसकी मां भी मदद करती थी। राणा काफी समय तक दिल्‍ली, यूपी और पंजाब की जेल में बंद भी रहा है। शाहरुख का परिवार कुछ वर्षों से घोंडा के अरविंद नगर मोहल्‍ला में रह रहा था। स्‍थानीय लोगों की मानें तो उसका परिवार यहां पर करीब 1985 से रह रहा था। परिवार में माता-पिता के अलावा उसके दो भाई भी हैं। उसके कुछ रिश्तेदार मुजफ्फरनगर व कैराना में भी रहते हैं। 

घटना के बाद से ही था फरार

घटना के बाद से ही वह फरार चल रहा था और पुलिस उसकी तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही थी। वह लगातार पुलिस को छकाता जा रहा था। लेकिन अब शाहरुख को गिरफ्तार कर पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। घटना के बाद से ही शाहरुख का पूरा परिवार भी फरार था। 

कई जगहों पर पुलिस की दबिश 

पुलिस की जानकारी  के मुताबिक घटना के बाद 28 फरवरी तक शाहरुख का मोबाइल ऑन था। जानकारी ये भी सामने आई थी उसने अलग-अलग नंबरों से कुछ पुलिसकर्मियों से संपर्क भी किया था। पुलिस को पहले उसके बरेली में होने की जानकारी हाथ लगी थी। जिसके बाद पुलिस ने वहां पर कई जगहों पर छापेमारी की थी। इससे बचने के लिए वह जगह बदल रहा था। इसी दौरान वह पुलिस के हत्‍थे चढ़ गया। उसको गिरफ्तार करने की जिम्‍मेदारी दिल्‍ली पुलिस की स्पेशल सेल पर थी। 

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