Delhi Violence: दंगों के 400 आरोपित हुए अंडरग्राउंड, महिलाएं बन रही गिरफ्तारी में बाधा
Delhi Violence यमुनापार में हुई हिंसा के दौरान आगजनी लूटपाट पथराव और तोड़फोड़ करने वाले 400 से अधिक दंगाइयों की पुलिस ने पहचान कर ली है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Violence: यमुनापार में हुई हिंसा के दौरान आगजनी, लूटपाट, पथराव और तोड़फोड़ करने वाले 400 से अधिक दंगाइयों की पुलिस ने पहचान कर ली है। इनकी तलाश में पुलिस ने छापेमारी भी शुरू कर दी है, हालांकि अब सभी दंगाई भूमिगत हो गए हैं। इनके संभावित ठिकानों पर जब पुलिस छापेमारी कर रही है तो महिलाएं बाधा बन रही हैं। वे पुलिस पर कई तरह के आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दे रही हैं। ऐसे में पहचाने जाने के बाद भी पुलिस इन दंगाइयों को दबोच नहीं पा रही है।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने दंगे के दौरान पत्थरबाजी, आगजनी व फायरिंग करते जिन लोगों को देखा उनकी पहचान की है। इनकी तलाश में पुलिस सौ से अधिक स्थानों पर दबिश भी दे चुकी है। सभी अपने घरों से फरार होकर सुरक्षित स्थानों पर छिपे हुए हैं। इनमें ज्यादातर दंगाइयों ने अपना मोबाइल नंबर बंद करके दूसरे नंबर के सिम खरीद लिए हैं, जिससे कुछ चुनिंदा लोगों से ही बात की जा रही है।
बता दें कि दंगाइयों ने 24 व 25 फरवरी को वजीराबाद रोड स्थित पेट्रोलपंप में आग लगाने के बाद सामने स्थित एक धार्मिक स्थल को जला दिया था। इसके अलावा स्कूल व नर्सिंग होम में भी आग लगा दी गई। शिव विहार में मिठाई की दुकान के सामने भीषण फायरिंग हुई थी। दंगों के उक्त सभी बड़े मामले की जांच की जिम्मेदारी उत्तर-पूर्वी पुलिस को ही सौंपी गई है। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज व वीडियो फुटेज से भी पहचान करने का सिलसिला जारी है।
वहीं, पुलिस अधिकारी का कहना है सादे कपड़ों में पुलिस जब छापे मारती है तो महिलाएं उन्हें घेरकर विरोध जताने लगती हैं। महिलाएं पुलिस पर यह आरोप भी लगा रही हैं कि पुलिस समुदाय विशेष के लोगों को ही टारगेट कर गिरफ्तार कर रही है। वहीं पुलिस अधिकारी ने इस आरोप को निराधार बताया है।