Delhi Unlock: औद्योगिक इकाइयां आज से अनलाॅक, जानें फैक्ट्री वकर्स के लिए इ-पास बनवाने का तरीका
e pass for factory in Delhi दिल्ली सोमवार से अनलाॅक हो रही है वहीं थोक बाजार बंद होने से कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार उत्पाद की बिक्री को लेकर मुश्किलें बनी रहेंगी। व्यापारी वर्ग को अपने कामगारों के लिए इ-पास बनवाना होगा। यहां जानें अप्लाइ करने की पूरी प्रकिया।
नई दिल्ली [आशीष गुप्ता]। Delhi Unlock Guideline: यमुनापार की औद्योगिक इकाइयां सोमवार से 'अनलाक' हो जाएंगी, लेकिन मशीनों के चक्कों को रफ्तार पकड़ने में वक्त लगेगा। उद्यमियों की मानें तो कामगारों को अपने गांवों से लौटने में कुछ दिन का समय लगेगा। वहीं, थोक बाजार बंद होने से कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार उत्पाद की बिक्री को लेकर मुश्किलें बनी रहेंगी। उद्यमियों की राय है कि दिल्ली सरकार उद्योग के साथ थोक बाजारों को खोले तो काम करना आसान होगा। तभी अर्थव्यवस्था को भी रफ्तार मिलेगी।
चाह कर भी तेजी से नहीं हो सकेगा काम
ईस्ट दिल्ली मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश बंसल का कहना है कि औद्योगिक इकाई खुलने पर काम चाह कर भी तेजी से नहीं किया जा सकता। हर इकाई में कच्चे माल का स्टाक सीमित है। उससे फिलहाल उत्पादन शुरू तो हो जाएगा, लेकिन बहुत ज्यादा दिनों तक काम मुमकिन नहीं है। जिन बाजारों से कच्चा माल आता है, वह बंद पड़े हैं। ऐसे में उत्पादन बढ़ाने के लिए कच्चे माल की खरीद भी नहीं कर पाएंगे। ऐसे ही तैयार माल भी तब तक नहीं बेच पाएंगे, जब तक थोक बाजार न खुल जाएं।
कामगार लॉकडाउन के कारण घर चले गए अब आने में लगेगा वक्त
सरकार को औद्योगिक गतिविधियों को गति देने के लिए बाजार खोल देने चाहिए। उन्होंने बताया कि यमुनापार की औद्योगिक इकाइयों में उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा के कामगार काफी संख्या में काम करते हैं। वे लाॅकडाउन लगने पर अपने-अपने गांव चले गए थे। उन्हें वहां से लौटने में वक्त लगेगा। किसी कामगार को ट्रेन का टिकट नहीं मिल रहा है, तो किसी के गांव व कस्बे से दिल्ली के लिए बसें नहीं चल रही हैं। तब तक दिल्ली और आसपास के इलाकों से आने वाले सीमित कामगारों से काम लिया जाएगा।
50 हजार से ज्यादा कामगार
पटपड़गंज, फ्रेंड्स कालोनी और झिलमिल में तीन बड़े औद्योगिक क्षेत्र हैं। इसके अलावा करीब सात स्थानों पर छोटी-छोटी उत्पादन इकाइयां लगी हुई हैं। इन सभी जगहों पर करीब पांच हजार उद्योग लगे हुए हैं, जिनमें 50 हजार से ज्यादा कामगार काम करते हैं।
कैसे करें इ-पास के लिए अप्लाइ (e pass for factory in Delhi)
- सबसे पहले दिल्ली सरकार के वेबसाइट https://delhi.gov.in/ पर जाकर क्लिक करें
- इसे खोलते ही सबसे पहले बीच में आपको इ-पास बनवाने के लिए आपको लिखा आएगा इसको खोलते ही आपके सामने एक अलग विंंडो खुलेगा।
- https://epass.jantasamvad.org/epass/init/ यहां पर आपको हिंदी इंग्लिश मिलेगा मनचाहे पर क्लिक करें।
- यहां पर आपको ब्लक में पास बनवाने के लिए ऑप्शन मिलेगा जिसे आप क्लिक कर अपना इ-पास आप बनवा सकते हैं।
औद्योगिक इकाइयां खोलने के लिए ये तैयारियां पूरी
- औद्योगिक क्षेत्र और प्रत्येक इकाई को कराया गया सैनिटाइज
- उद्यमियों ने अपनी इकाई के कामगारों के लिए ग्लव्ज और मास्क की व्यवस्था की
- इकाईयां में सभी कामगारों का लंच एक साथ नहीं होगा, आधे पहले और आधे बाद में लंच करेंगे
इसकी रहेगी अनिवार्यता
- औद्योगिक इकाई के गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग होगी
- कामगारों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा
- प्रवेश से पहले कामगारों को हाथ सैनिटाइज करने होंगे
ये उत्पाद होते हैं तैयार
- बिजली की तार
- किताबें
- पान मसाला
- मेडिकल उपकरण
- इलेक्ट्रिकल स्विच व प्लग
- प्लास्टिक का सामान
- बर्तन बनाने के अलावा धातु को सांचे में विभिन्न आकारों ढालने का काम किया जाता है।
सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए औद्योगिक इकाइयों का संचालन किया जाएगा। हर औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमी निगरानी रखेंगे, ताकि कोई निर्देशों का उल्लंघन न कर पाए।
डा. अनिल गुप्ता, चेयरमैन, ईस्ट दिल्ली मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन
अनलाक के पहले चरण में औद्योगिक इकाइयों को खोल कर सराहनीय कदम उठाया है। लेकिन, इसके साथ थोक बाजारों को भी खोलना चाहिए था। कच्चा माल वहीं से आता है और तैयार उत्पादन थोक बाजार के माध्यम से बेचे जाते हैं।
सुरेश गुप्ता, अध्यक्ष, फ्रेंड्स कालोनी मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन
औद्योगिक इकाइयों में पूरी सावधानी बरती जाएगी। सबको निर्देश दे दिए गए हैं। दिल्ली सरकार थोक बाजारों को और खोल दे तो औद्योगिक गतिविधियों को तेजी से चलाया जा सकेगा।
नरेंद्र छाबड़ा, अध्यक्ष, दामोदर पार्क औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन