Delhi University: डीयू का दाखिला पोर्टल तैयार, स्नातक में प्रवेश के लिए करना होगा पंजीकरण
Delhi Universityडीयू कुलपति ने भी हाल ही में कहा था कि दो छात्रों के बीच बराबरी होने की स्थिति में पहले सर्वश्रेष्ठ तीन विषयों की तुलना की जाएगी। यदि यह भी समान रहा तो सर्वश्रेष्ठ चार विषयों की तुलना की जाएगी।
नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। सीबीएसई ने 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया। अब छात्रों के सामने एक बड़ी चुनौती स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले की है। दिल्ली विश्वविद्यालय समेत विभिन्न राज्य विश्वविद्यालयों में इस बार सीयूईटी से दाखिले हो रहे हैं। अब जबकि सीबीएसई ने रिजल्ट जारी कर दिया है तो डीयू दाखिला प्रक्रिया बहुत जल्द शुरू करेगा। स्टूडेंट वेलफेयर डीन प्रो. पंकज अरोड़ा ने बताया कि दाखिला पोर्टल लगभग तैयार हो चुका है। हम सीबीएसई रिजल्ट का इंतजार कर रहे थे। अब जबकि रिजल्ट जारी हो गया है तो पोर्टल जल्द शुरू कर दिया जाएगा।
डीयू दाखिला पोर्टल पर छात्रों को पंजीकरण करना अनिवार्य
प्रो. पंकज अरोड़ा ने बताया कि डीयू दाखिला पोर्टल पर छात्रों को पंजीकरण करना होगा। सीयूईटी लाग इन इसमें मददगार साबित होगा। छात्रों को उन विषयों की जानकारी देनी होगी, जिसमें वो दाखिला चाहते हैं। 12वीं का सर्टिफिकेट या सीयूईटी का परिणाम अपलोड नहीं करना होगा। जैसे ही सीयूईटी का परिणाम जारी होगा, पोर्टल पर रिजल्ट अपडेट हो जाएगा।
12वीं के अंक मायने रखेंगे
रिजल्ट जारी होने के बाद छात्रों के बीच यह चर्चा होती रही कि क्या अब 12वीं के अंक मायने रखेंगे? डीयू स्टूडेंट वेलफेयर डीन प्रो. पंकज अरोड़ा कहते हैं कि दाखिले सीयूईटी के मेरिट के आधार पर होंगे। लेकिन यदि दाखिले के दौरान दो छात्रों का सीयूईटी अंक बराबर होता है तो टाईब्रेकर के रुप में 12वीं का अंक कार्य करेगा। 12वीं कक्षा में जिस छात्र के अंक अधिक होंगे, उसे दाखिला दिया जाएगा।
डीयू कुलपति ने भी हाल ही में कहा था कि दो छात्रों के बीच बराबरी होने की स्थिति में पहले सर्वश्रेष्ठ तीन विषयों की तुलना की जाएगी। यदि यह भी समान रहा तो सर्वश्रेष्ठ चार विषयों की तुलना की जाएगी। वहीं, सर्वश्रेष्ठ पांच विषयों के अंक समान रहने पर उम्र के आधार पर निर्णय किया जाएगा।
एससी-एसटी श्रेणी में 30 प्रतिशत अतिरिक्त दाखिले
अधिक उम्र के उम्मीदवार को वह सीट मिलेगी।आरक्षित सीटों पर अधिक दाखिलेडीयू में हर साल आरक्षित वर्ग की सीटें खाली रहतीं हैं। इस बार ऐसा ना हो इसके लिए डीयू पहले ही चरण में अधिक दाखिले देगा। ओबीसी श्रेणी में 20 प्रतिशत और एससी-एसटी श्रेणी में 30 प्रतिशत अतिरिक्त दाखिले दिए जाएंगे। डीयू कुलपति ने कहा कि इससे अधिकतम छात्र प्रथम चरण में अपनी पसंद के पाठ्यक्रम में दाखिल ले सकेंगे। यह आरक्षित सीट को शीघ्र भरने में भी मदद करेगा।