Move to Jagran APP

Duta Election: डीयू में शिक्षक संघ चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज, भाजपा व लेफ्ट समर्थित संगठनों में मुकाबला

दिल्ली विश्वविद्यालय में इन दिनों चुनावी बयार बह रही है। विवि शिक्षक संघ (डूटा) का चुनाव 26 नवंबर को होगा। शिक्षक संगठन अध्यक्ष पद जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। चुनावों में जितनी दिलचस्पी डीयू शिक्षकों की है उससे कम जेएनयू शिक्षकों की भी नहीं।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 16 Nov 2021 04:47 PM (IST)Updated: Tue, 16 Nov 2021 04:58 PM (IST)
Duta Election: डीयू में शिक्षक संघ चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज, भाजपा व लेफ्ट समर्थित संगठनों में मुकाबला
एनडीटीएफ ने जेएनयू में भी की चुनावी सभा

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय में इन दिनों चुनावी बयार बह रही है। विवि शिक्षक संघ (डूटा) का चुनाव 26 नवंबर को होगा। शिक्षक संगठन अध्यक्ष पद जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। चुनावों में जितनी दिलचस्पी डीयू शिक्षकों की है, उससे कम जेएनयू शिक्षकों की भी नहीं। तभी तो प्रत्याशी जेएनयू परिसर के भी चक्कर लगा रहे हैं। कोरोना काल में हो रहा डूटा अध्यक्ष एवं कार्यकारिणी परिषद का चुनाव कई मायनों में अहम है। भाजपा समर्थित शिक्षक संगठन एनडीटीएफ जहां 22 साल बाद डूटा अध्यक्ष पद पर काबिज होने की कवायद में लगी है तो वहीं वामपंथी शिक्षक संगठन डीटीएफ अध्यक्ष पद बचाने की जद्​दोजहद में जुटी है। डीयू में हुई पदोन्नति, तदर्थ शिक्षकों का नियमितिकरण प्रमुख चुनावी मुद्​दे हैं।

loksabha election banner

डूटा चुनाव प्रत्येक दो साल बाद होता है। अध्यक्ष पद के लिए इस बार मुख्य मुकाबला नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (एनडीटीएफ), वामपंथी शिक्षक संगठन डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) और कांग्रेस समर्थित शिक्षक संगठन अकेडमिक फार एक्शन एंड डेवलपमेंट (एएडी) के बीच है। भाजपा समर्थित एनडीटीएफ, अध्यक्ष पद के लिए पुरजोर कोशिश कर रहा है।

विवि में कोरोना काल में हुए पदोन्नति के जरिए एनडीटीएफ डूटा फतह में जुटी है। विगत 22 सालों से एनडीटीएफ का कोई उम्मीदवार डूटा अध्यक्ष पद पर काबिज नहीं हुआ है। इस बार एनडीटीएफ को उम्मीद है कि विवि में हुए रिकार्ड पदोन्नति का फायदा उसे मिलेगा। चुनाव प्रचार के दौरान एनडीटीएफ शिक्षकों को यह भराेसा दिलाने में जुटी है कि पदोन्नति के पीछे प्रो. एके भागी ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। डीयू में अब तक पांच हजार से अधिक शिक्षकों की पदोन्नति हुई है। पदोन्नति का असर हाल ही में संपन्न हुए कार्यकारी परिषद के चुनावों में भी देखने को मिला था। जिसमें एनडीटीएफ को रिकार्ड जीत मिली थी।

जीत का रास्ता जेएनयू से

डूटा चुनाव में किसके सिर जीत का सेहरा सजेगा, इसमें जेएनयू की अहम भूमिका है। डीयू में ऐसे शिक्षकों की संख्या बहुतायत है जिन्होने जेएनयू से पढ़ाई की है। एएडी डूटा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार डा. प्रेमचंद जेएनयू से ही पढ़े हैं। एएडी ने दावा किया कि जेएनयू से पढ़ाई कर डीयू में पढ़ा रहे शिक्षकों का उन्हें समर्थन प्राप्त है। जिसके बाद एनडीटीएफ ने जेएनयू में एक सभा की। एनडीटीएफ अध्यक्ष व डूटा उम्मीदवार एके भागी कहते हैं कि सभा में डीयू में पढ़ाने वाले करीब 200 शिक्षक सम्मिलित हुए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.