Delhi University: DU ईसी की बैठक में कई प्रस्तावों को मंजूरी, जानिए छात्रों से जुड़े बड़े बदलावों को
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) की बृहस्पतिवार देर रात तक चली कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक में कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इनमें अधिकतर वे प्रस्ताव शामिल हैं जिन्हें पिछले महीने हुई अकादमिक परिषद (एसी) की बैठक में पास किए गए थे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) की बृहस्पतिवार देर रात तक चली कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक में कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इनमें अधिकतर वे प्रस्ताव शामिल हैं, जिन्हें पिछले महीने हुई अकादमिक परिषद (एसी) की बैठक में पास किए गए थे। ईसी की बैठक में पास हुए प्रस्ताव में इस साल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत लागू चार वर्षीय स्नातक प्रोग्राम (एफवाईयूपी) के दूसरे सेमेस्टर की पढ़ाई के लिए पाठ्यक्रम (सिलेबस) को भी मंजूरी दे दी गई।
इससे अब इस साल स्नातक में दाखिला लेने वाले छात्र दूसरे सेमेस्टर में नए सिलेबस से पढ़ाई कर सकेंगे। परिषद की बैठक में इस प्रस्ताव पर अंतिम मोहर लग गयी। जबकि डीयू में अभी दो डिग्री एक साथ करने के नियम को लागू नहीं करने पर भी सहमति बनी। इसलिए इससे संबंधित प्रस्ताव को बैठक में नहीं लाया गया। ईसी सदस्य डा. वीएस नेगी ने यह जानकारी दी।
CUET से दाखिले को मिली मंजूरी
इसके साथ ही अगले साल से स्नातकोत्तर (पीजी) में दाखिले सीयूईटी से करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। ईसी सदस्य डा. सीमा दास ने बताया कि पीजी में 50 प्रतिशत दाखिले सीयूईटी के आधार पर होंगे। जबकि अन्य 50 प्रतिशत सीटों पर डीयू के छात्रों को दाखिला डीयू की पीजी में दाखिले के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा में रैंक के आधार पर मिलेंगे। यह नियम डीयू से स्नातक कर पीजी में दाखिले के इच्छुक छात्रों पर लागू होगा।
सीयूईटी से इसी साल से हो रहे एडमिशन
उल्लेखनीय है कि डीयू ने इसी वर्ष से सीयूईटी के माध्यम से स्नातक कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया को अपनाया है। ईसी बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि डीयू में स्पोर्ट्स के असिस्टेंट व डिप्टी डायरेक्टर के अलावा पुस्तकालय सहायक की नियुक्ति और अनुबंधित कर्मचारियों को स्थाई करने के लिए भी परीक्षा होगी, जिसे राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) आयोजित करेगी।
डीयू के कालेज आफ आर्ट्स (सीओए) की दाखिला प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए भी सहमति बनी। जिसमें सदस्यों ने इस बात पर मुहर लगाई कि इस कालेज में छात्रों के दाखिले दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशक द्वारा सुनिश्चित किए जाएं। शिक्षा सचिव के जरिए कालेज के प्राचार्य से दाखिले के लिए चुने गए छात्रों की लिस्ट मंगवाई जाएगी ताकि जल्द से जल्द दाखिले हों और कक्षाएं शुरू हो सकें।
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छात्र अनुपात तो बढ़ाने के नियम को दी मंजूरी
इसके अलावा ईसी की बैठक में लागू किए गए शिक्षक छात्र अनुपात को बढ़ाने के नियम को भी मंजूरी दे दी गई। बता दें कि इस प्रस्ताव का शिक्षक संगठन शुरू से ही विरोध कर रहे हैं। शिक्षक छात्र अनुपात को डीयू प्रशासन इस साल 50 से 60 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। जिससे अब स्नातक की कक्षाओं में 40 की जगह 60 छात्र पढ़ेंगे।
बैठक में सीमा दास और एक अन्य सदस्य राजपाल सिंह ने तदर्थ शिक्षकों के विस्थापन का मुद्दा भी जोर शोर से उठाया। दोनों सदस्यों ने तदर्थ शिक्षकों के समायोजन की मांग की। अगले वर्ष से स्नातकोत्तर के दाखिले के लिए एनटीए की ओर से लिये जाने वाली प्रवेश परीक्षा का भी विरोध किया। इसके अलावा अन्य कई मुद्दों पर भी चर्चा हुई।