सूरजमल पार्क का हालः जगह-जगह फैली हुई है गंदगी व टूटे पड़े हैं बच्चों के झूले
स्थानीय निवासी सतीश झा ने बताया कि इस पार्क की खूबसूरती को ओर निखारने के लिए यहां डीडीए ने अप्राकृतिक झील का भी निर्माण भी किया था।झील के निर्माण के बाद भी इसमें पानी डाला गया लेकिन देख रेख के अभाव में झील करीब सात साल से सूखी पड़ी है।
नई दिल्ली [पुष्पेंद्र कुमार]। विश्वास नगर के आसपास आवासीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को खेल व शारीरिक क्रिया कलापों से जुड़ी सुविधाएं मिलती रहे, इस उद्देश्य से दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने महाराजा सूरजमल पार्क का निर्माण किया था। लेकिन, पार्क पिछले कुछ दिनों से बदहाली का शिकार हो रहा है। पार्क के एक छोर में जहां गंदगी फैली पड़ी है, तो वहीं दूसरी तरफ बच्चों के झूले टूटे पड़े है।
स्थानीय निवासी सतीश झा ने बताया कि इस पार्क की खूबसूरती को ओर निखारने के लिए यहां डीडीए ने अप्राकृतिक झील का भी निर्माण भी किया था। झील के निर्माण के बाद भी इसमें पानी डाला गया, लेकिन देख रेख के अभाव में झील करीब सात साल से सूखी पड़ी है। अब बच्चे झील के हिस्से में क्रिकेट खेलते है। इसके साथ ही कहा कि पार्क के बीचों-बीच लाखों रुपये की लागत से एक संगीतमय फव्वारा तैयार किया था, जो अब बंद पड़ा हुआ है।
कभी इसकी खूबसूरती देखते ही बनती थी। लेकिन, रखरखाव के अभाव में यह सालों से बदहाल है। पार्क में सैर करने आए रामपाल दुबे ने बताया कि पार्क के एक छोर में बच्चों को लिए डीडीए ने झूले लगाए थे। इनमें से कुछ झूले टूट गए है जिनको बदलने का कार्य नहीं किया जा रहा है।
पार्क में मंदिर के पास जगह-जगह कूड़ा फैला पड़ा है। गंदगी के चलते पार्क में सैर करने आने से लोग कतरा रहे हैं। इस संबंध में डीडीए के सिविल विभाग के अधिकारियों से बात की गई लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।
महाराजा पार्क में बच्चों के झूले अगर व फुटपाथ टूटे हैं तो डीडीए के सिविल विभाग के अधिकारियों से बात कर मरम्मत कार्य कराया जाएगा। अगर कहीं गंदगी फैली है तो उसको भी साफ कराने का प्रयास किया जाएगा, ताकि पार्क में आने वाले लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
ओम प्रकाश शर्मा, स्थानीय विधायक व डीडीए के सदस्य